अम्बिकापुर- जिले के लुंड्रा विकासखंड के बुलगा गाँव में मृतक को ज़िंदा करने का एक अनूठा मामला सामने आया है.. यहाँ एक 12 साल की बच्ची की मौत आकाशीय बिजली गिरेने से हो गई.. लेकिन बच्ची की मौत के बाद शुरू हुआ उसको ज़िंदा करने का खेल.. गाँव वालो ने बच्ची के पूरे शरीर को गोबर में सर तक दफन कर दिए..लेकिन उसकी जान जा चुकी थी..परिणाम स्वरुप कई घंटे चले इस खेल के बाद भी बच्ची को जिन्दा नहीं किया सका..
12 वर्षीय एक बालिका गर्मी की छुट्टी में अपने फुआ-फुफा के घर घूमने आई थी.. रविवार की दोपहर तेज हवा चलने पर वह अन्य लोगों के साथ आम बीनने बगीचे में चली गई.. बारिश आने पर वह पेड़ के नीचे खड़ी हो गई थी.. इसी दौरान तेज गर्जना के साथ आसमानी बिजली गिरी और बिजली की चपेट में आकर बालिका की मौके पर ही मौत हो गई..
इधर बालिका को लेकर परिजन तत्काल गांव में पहुंचे और चेहरा छोड़कर उसका पूरा शरीर गोबर में गाड़ दिया ताकि आकाशीय बिजली का प्रभाव कम किया जा सके और बच्ची को ज़िंदा किया जा सके लेकिन परिजनों के इस प्रयास के बावजूद उसकी जान लौटकर वापस नहीं आई.. बल्की बालिका की मौत से परिजनों में मातम पसर गया..
वही ग्रामीणों का कहना है की पिछले साल भी एक युवती भी आकाशीय बिजली से आहात हुई थी जिसे गोबर में दफना कर रखने से उसकी जान बच गई थी इसी कारण इस काम को दोहराया गया और आकाशीय बिजली की चपेट में आई बच्ची को भी गोबर में रखा गया..
लुंड्रा पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया की आकाशीय बिजली से बच्ची की मौत होना प्रतीत हो रहा है.. शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम कराया गया है.. रिपोर्ट आने पर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी..