
जांजगीर-चांपा। जांजगीर-चांपा पुलिस ने जिले के महा ठग पीयूष जायसवाल को गिरफ्तारी करने की दावा कर रही है. लेकिन पुलिस मीडिया को पूरी जानकारी देने में आना-कानी कर रही है. अभी तक जांच करने की बात कह रही है. घटना की जानकारी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पा रही है, पीयूष जायसवाल को कहां से गिरफ्तार किया गया है और अभी तक क्या जानकारी सामने आई है. इस काले कारनामे उनके साथ और कौन-कौन इंवॉल्वड है इसके पहले भी कई नेताओं के नाम भी सामने आए थे. मामले में पुलिस बचने की कोशिश कर रही है।
जांजगीर चांपा पुलिस को लंबे समय से जिले के सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी कर फरार आरोपी पीयूष जायसवाल को ढूंढ रही थी. लेकिन महाठग पीयूष जायसवाल लंबे समय से फरार चल रहा था. ठगी का शिकार हुए लोगों ने कई बार इसकी शिकायत भी पुलिस से की थी. लेकिन पुलिस सिर्फ तलाश करने की बात कहते हुए लंबे समय से इस मामले को लटका कर रखा था. अब बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा करोड़ों की ठगी के मामले में पीयूष जायसवाल को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन अभी तक पुलिस गिरफ्तारी की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.
आपको बता दे की पीयूष जायसवाल जिले के पोड़ी शंकर गांव का रहने वाला है. जो शेयर मार्केट के नाम पर लोगों करोड़ों की ठगी कर फरार हो गया था. जिले में सैकड़ो लोग पीयूष जायसवाल का शिकार बने, और इनके झांसे में आकर करोड़ गवाएं है.पीयूष जायसवाल शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर अपने एजेंट के जरिए लोगों को झांसे में लेता था और करोड़ों लेकर फरार हो गया. उनके साथ काम करने वाले कई एजेंट की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए. आखिर इस पूरे मामले में मास्टरमाइंड कौन है, इसके पहले भी यह मामला सुर्खियों में आया था जब पीयूष जायसवाल को नेताओं का संरक्षण होने का आरोप लगा था. हालांकि यह बात स्पष्ट नहीं हो पाया कि इस मामले में पीयूष जायसवाल को बचाने कौन नेता का हाथ था. पूरा मामला अभी तक संदिग्ध बना हुआ है. अगर इस मामले में पुलिस पूरी तह तक जांच अच्छे से करे तो और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
नेताओं के साथ फोटो हुआ था वायरल….
पीयूष जायसवाल के गिरफ्तारी के बाद फिर से यह मामला गर्म हो गया है. पीयूष जायसवाल पर शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का आरोप है. पीयूष जायसवाल पर नेताओं के संरक्षण के भी आरोप लगे हैं. इवेंट के नाम पर कई नेताओं के साथ फोटो खींच कर अपने ग्राहको को झांसे में लेता था और इसी के बहाने सैकड़ो लोगों से करोड़ों लेकर फरार हो गया था. पहले भी यह मामला सामने आया था जिस पर भाजपा एवं कांग्रेस के नेताओं ने एक दूसरे के ऊपर खूब आरोप प्रत्यारोप लगाए थे.हालांकि मामला अभी भी संदिग्ध बना हुआ है.