अम्बिकापुर..(उदयपुर/क्रांति रावत).. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आज सरगुज़ा के उदयपुर क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। स्वास्थ्य मंत्री करीब पौने दो बजे हेलीकॉप्टर से झिरमिटी स्टेडियम ग्राउंड पहुंचे। जहां से रेस्ट हाउस उदयपुर में गांधी जी की पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में छायाचित्र पर माल्यार्पण किया। फ़िर उपस्थित कार्यकर्ताओं और आमजनों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनी। रेस्ट हाउस से सीधे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर विभिन्न वार्ड और उनमें भर्ती मरीजों का हालचाल जाना। तत्पश्चात मीटिंग हाल में आयोजित जीवनदीप समिति की बैठक में शामिल हुए।
एक्स-रे मशीन के बारे में जानकारी लिए जाने पर अस्पताल के डाक्टरों ने कहा अदानी कंपनी के द्वारा दो-तीन साल पहले सीएसआर मद से मशीन देने का वादा किया गया था, लेकिन आज तक मशीन उपलब्ध नहीं कराया गया है और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गेट के बगल में अदानी के द्वारा वाटर प्यूरीफायर लगाया गया है जो काफी समय से खराब पड़ा है।
इन सवालों के जवाब में कंपनी के सीएसआर से उपस्थित राजेश रंजन ने कहा 300 एमए का एक्स-रे मशीन फरवरी के अंत तक उपलब्ध करा दिया जाएगा और वाटर प्यूरीफायर की भी मरम्मत एक सप्ताह के भीतर करा दिया जाएगा। हालांकि मंत्री टीएस उनके जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आए और उन्होंने कहा-
“जब इतनी बड़ी कंपनी को इतना छोटा काम करने में इतनी देर लगेगी, तो देश कैसे चलेगा।” अगर आप लोगों को इस काम में परेशानी है तो साफ बता दीजिए हम सरकार के माध्यम से अपनी व्यवस्था बना लेगे।”
कार्यक्रम में उपस्थित सीएमएचओ पीएस सिसोदिया ने कंपनी और राजेश रंजन को आड़े हाथों लेते हुए कहा आपका हॉस्पिटल बिना लाइसेंस के चल रहा है पर अभी तक स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए कार्रवाई नहीं की गई है। इसके अतिरिक्त आप लोगों ने खदान के विस्थापित लोगों के लिए बनाए गए पुनर्वास ग्राम बासेन में भी चिकित्सालय बनाने का वादा किया था। जो आज तक नहीं बना है, और हम भी शासन को सरकारी अस्पताल का प्रस्ताव नहीं भेज पा रहे हैं।
पूर्व जनपद अध्यक्ष और वर्तमान जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह तथा डॉ जीएल मिरी ने भी अदानी की वादाखिलाफी की शिकायत करते हुए कहा कंपनी ने उदयपुर के लिए कुछ भी नहीं किया है, जबकि कौशल उन्नयन प्रशिक्षण के लिए शासकीय भवन उपलब्ध कराया था। जिसका किराया तक नहीं दिया गया।
अस्पताल के डाक्टरों ने सुरक्षा गार्ड की भी मांग की।साथ ही यह भी बताया कि 2016 से अभी तक का बिजली बिल की बकाया राशि करीब 80 लाख रू०के भुगतान में परेशानी को भी मंत्री जी के समक्ष रखा। इसपर मंत्री ने मौके से ही विभाग के उच्च अधिकारी से मोबाइल से संपर्क कर समस्या के निराकरण की पहल की और कहा अस्पताल भी सरकारी है और बिजली विभाग भी शासन के ही अधीन है। यह तो एक जेब से पैसा निकाल कर दूसरे जेब में डालने की प्रक्रिया है। जीवनदीप समिति के कर्मचारियों का मानदेय 1000-1000 बढ़ाने पर भी सहमति बनी।
इसके अलावा जनपद अध्यक्ष भोजवंती सिंह ने शिशु रोग और हड्डी रोग विशेषज्ञ की मांग रखी। डॉ०मिरी ने स्टाफ की ओर से अच्छी चिकित्सा व मरीजों से अच्छे व्यवहार का वादा स्वास्थ्य मंत्री से किया। सीएमएचओ ने आभार प्रदर्शन किया। मीटिंग के बाद बाहर निकलकर पोस्टमार्टम रुम का भी उन्होंने निरीक्षण किया, साथ ही पर्याप्त प्राकृतिक रौशनी के बारे मे भी जानकारी ली।
इस दौरान सीएमएचओ पीएस सिसोदिया, जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह, जनपद अध्यक्ष भोजवंती सिंह, विधायक प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंहदेव, राजीव सिंहदेव, ओमप्रकाश सिंह, बीएमओ सहित काफी संख्या में जनप्रतिनिधियों सहित आमजन उपस्थित थे।