
Surajpur News: सूरजपुर जिले के शासकीय महाविद्यालय रामानुजनगर की पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ. अंजली कश्यप को छात्रों के साथ अभद्र व्यवहार, जातीय टिप्पणियाँ और प्रशासनिक अक्षमता के आरोपों के चलते आखिरकार कॉलेज से हटाकर जिले से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है। अब उन्हें मां दंतेश्वरी शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दंतेवाड़ा में पदस्थ किया गया है।
यह फैसला छात्रों एवं महाविद्यालय स्टाफ की लिखित शिकायतों और उसके आधार पर उच्च शिक्षा क्षेत्रीय कार्यालय, अंबिकापुर द्वारा की गई जांच के बाद लिया गया। जांच रिपोर्ट में डॉ. कश्यप के व्यवहार, प्रशासनिक कार्यकुशलता की कमी और भाषा नियंत्रण में असमर्थता को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया गया।
जांच अधिकारी की रिपोर्ट में कहा गया कि, “डॉ. अंजली कश्यप अनुशासनप्रिय अवश्य हैं, परंतु उनमें प्रशासनिक दूरदर्शिता और समन्वय की क्षमता का अभाव है। वे भाषा पर नियंत्रण नहीं रख पातीं और सभी पक्षों को साथ लेकर संस्था संचालन में अक्षम रही हैं।”
छात्रों ने आरोप लगाया था कि डॉ. कश्यप द्वारा विद्यार्थियों के साथ अभद्र भाषा में व्यवहार किया जाता था, जातीय आधार पर अपमानजनक टिप्पणियाँ की जाती थीं और परीक्षा से वंचित करने जैसी धमकियाँ दी जाती थीं। इसके साथ ही, नियमित कक्षाओं के संचालन में लापरवाही का भी आरोप लगाया गया।
इस मामले में उच्च शिक्षा विभाग ने 29 अप्रैल 2025 को निर्णय लेकर डॉ. कश्यप को तत्काल प्रभाव से रामानुजनगर कॉलेज से हटाने की अनुशंसा की थी। इससे पहले 21 मार्च को एच.एन. दुबे को नया प्रभारी प्राचार्य नियुक्त कर दिया गया था।