FatafatNews.Com is the first online news portal of Chhattisgarh. Here you will get the latest news related to country, abroad, sports, entertainment, politics, crime, lifestyle, business, job, spirituality. News is updated 24 hours every day on our website. Stay with us for latest news. Thank you!
बिलासपुर : एक ऐसी घटना सामने आई है जहा एक लड़की को दहेज के लिए ससुराल वालों की तरफ से प्रताड़ित किया गया और उनसे जहर खा कर अपनी जान दे दी। मृतिका का कथन लेख प्राप्त हुआ है जिसमें उसने बताया है कि, उसकी शादी डेढ वर्ष पूर्व प्रदीप मिश्रा से हुई थी। शादी के बाद से पति एवं सास द्वारा घरेलू बातों एवं दहेज की बात को लेकर प्रताडित कर मारपीट किया जाता था, और बार बार मायके से दहेज लाने की बात कही जाती थी ।
दिनांक 29.09.2020 की रात उनके बीच कुछ घरेलू बात को लेकर आरोपी प्रदीप ने पत्नी के साथ मारपीट की और उसे अपने घर जाने को कहा। पति ने ये भी कहा कि अब वह उसके साथ नहीं रहना चाहता । जिसके बाद मृतिका ने अपने भाई को बुलाया, भाई ने सुबह अा कर ले जाने की बात कही। लेकिन बात इतनी बढ़ गई कि प्रदीप मिश्रा रात्रि में ही 12.00 बजे अपने मोटर सायकल से मृतिका को उसके मायके ग्राम सोंठी थाना सीपत में छोडकर आ गया ।
लेकिन मृतिका को उसके मायके वाले फिर उसके ससुराल छोड़ आए जिसे देखकर प्रदीप मिश्रा एवं उसकी सास उमा उसे वापस जाने को बोलने लगे । जिसके बाद मृतिका जबदस्ती घर में घुस गई जिससे विवाद और बढ़ा। ये रोज रोज की किट किट से मृतिका बहुत परेशान हो गई और उसने पौधे में डालने वाले कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। जिसके बाद परिजनों ने थाना सरकंडा मुलाहिजा फार्म भरकर सिम्स अस्पताल में ईलाज हेतु भेजा।
ईलाज के दौरान दिनांक 02.10.2020 को मृतिका की मृत्यु हो गई ।गवाहों के कथनों में मृतिका की मृत्यु उनके पति एवं सास द्वारा घरेलू बातो को लेकर मारपीट करने व दहेज में कुछ भी सामान नही लाने व मायके से दहेज में सोने चांदी के जेवर लाने को लेकर शारीरिक , आर्थिक , मानसिक रूप से प्रताडित करने से प्रताडना से तंग आकर मृतिका द्वारा कीटनाशक दवाई के सेवन से मृत्यु होना पाया गया है
मर्ग जांच पर से आरोपी प्रदीप मिश्रा पिता स्व.रामभगवान मिश्रा उम्र 45 साल एवं सास के द्वारा दहेज की मांग कर प्रताडित करने एवं घरेलू बातो को लेकर आये दिन मारपीट करने के विरूद्व अपराध धारा 304 बी,34 के तहत अपराध दर्ज किया गया। आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया जिसमें उनके द्वारा जुर्म स्वीकार किया गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया है।