उदयपुर/क्रांति रावत। विकास कुमार पिता सुरेश (उम्र 27 साल) जो कि अपने मामा के यहां खमहरिया मैं रहता था। वह उदयपुर में एल्युमीनियम और ग्लास का काम करता था। आज अपना काम निपटा के प्रतिदिन की तरह दुकान से बाइक में सवार होकर वापस घर जा रहा था। तभी रात 8.30 बजे करीब रास्ते में नुनेरा मोड़ के पास बिगड़ी खडी ट्रैक्टर ट्रॉली में उसकी बाइक टकरा गयी। इस टक्कर में उसके चेहरे, सिर व जबड़े में गंभीर चोटें आई। राहगीरों ने तुरंत 108 को कॉल किया।
108 की टीम EMT कृष्णा श्रीवास के नेतृत्व में घटनास्थल के लिए रवाना हुई। मरीज को प्राथमिक उपचार करते हुए उदयपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां ड्यूटी डॉक्टर आशीष जायसवाल अपने सहयोगी स्टाफ नर्स उषा और रूपाली के साथ लगातार 1 घंटे से अधिक समय तक बचाने का प्रयास किया गया। परन्तु ब्लीडिंग अधिक होने की वजह से उसे बचाया नहीं जा सका।
घटना की जानकारी लगते ही उदयपुर के व्यवसायियों की भीड़ अस्पताल परिसर में उमड़ पड़ी। स्वभाव से हंसमुख और मिलनसार विकास कुमार अपने सरल और काम के प्रति लगन शील होने की वजह से जाना जाता था। कम समय में ही उदयपुर में एल्युमीनियम और ग्लास के काम के क्षेत्र में काफी नाम कमा चुके विकास के असमय जाने से हर कोई स्तब्ध है।
घटना की सूचना उदयपुर पुलिस को मोबाइल के माध्यम से दे दी गई है। सुबह शव का पोस्टमार्टम करा कर मृतक के गृह ग्राम चुरादोहर (बरगीखाड़), थाना नावा जयपुर झारखंड के लिए शव को रवाना किया जाएगा