महासमुंद. महासमुंद जिले में उज्जवला योजना में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. 200 गांव के 2255 लोगों के नाम से यह घोटाला हुआ है. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियो से 1375 नग खाली सिलेण्डर, 159 नग भरा सिलेण्डर, 3 टाटा एस वाहन, एक महिन्द्रा वाहन जब्त किया गया. साथ ही पुलिस ने कुल 63 लाख का सामान भी जब तक किया है. यह मामला सरायपाली थाना क्षेत्र के बंसुलीडीह का है. महासमुंद एसपी ने इस मामले का खुलासा किया है.
बता दें कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना भारत के गरीब परिवारों की महिलाओं के चेहरों पर खुशी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा 1 मई 2016 को शुरू की गई एक योजना है. इस योजना के अंतर्गत गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन दिया जाता है. केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से गरीब महिलाओं ग्रामीण क्षेत्रों में खाना पकाने के लिए उपयोग में आने वाले जीवाश्म ईंधन की जगह एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देना है. योजना का एक मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और उनकी सेहत की सुरक्षा करना भी है.
उज्जवला योजना में पहले भी कई घोटाले देखे जा चुके हैं जहां भारी मात्रा में एलपीजी गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी की जाती है जो गैस सिलेंडर ग्रामीण अंचल क्षेत्र की महिलाओं को मिली चाहिए वहीं कालाबाजारी द्वारा महंगे दामों पर शहरों में लोगों को बेचे जाते हैं. ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में आज भी कई परिवार चूल्हे और लकड़ियों से ही अपना जीवन यापन चला रहे हैं उन्हें एलपीजी गैस सिलेंडरों के उपयोग से परहेज होता है जिसका फायदा इन कालाबाजारी करने वाले लोगों द्वारा उठाया जाता है और इस योजना का लाभ ग्रामीण महिलाओं को न मिलकर ऐसे लोगों की झोली में चला जाता है