
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सल विरोधी अभियान को एक बड़ी कामयाबी मिली है। बीते शनिवार सुरक्षाबलों ने 5 लाख की इनामी महिला नक्सली माड़वी सुक्की को टोंडामरका के घने जंगलों से गिरफ्तार कर लिया। 20 वर्षों से नक्सली संगठन में सक्रिय रही सुक्की न केवल पामेड़ एलओएस की कमांडर थी, बल्कि एरिया कमेटी सदस्य (ACM) जैसे अहम पदों पर भी रही है। वह कई बड़ी घटनाओं की मास्टरमाइंड रही है, जिनमें आईईडी विस्फोट और सुरक्षा बलों पर जानलेवा हमले शामिल हैं।
सुकमा पुलिस के मुताबिक, उप पुलिस अधीक्षक प्रांशु तिवारी और थाना प्रभारी गोविंद यादव के नेतृत्व में डीआरजी और चिंतागुफा पुलिस बल की संयुक्त टीम ने एतराजपाड़, मिनपा और टोंडामरका इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान पहाड़ी क्षेत्र में घेराबंदी कर 35 वर्षीय माड़वी सुक्की को दबोच लिया गया। वह मूलतः चिंतागुफा थाना क्षेत्र के एतराजपाड़ गांव की रहने वाली है।
माड़वी सुक्की पर 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्र की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाबलों पर किए गए आईईडी विस्फोट और अंधाधुंध फायरिंग का आरोप है, जिसमें एक जवान गंभीर रूप से घायल हुआ था। उस पर हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश, विस्फोटक अधिनियम और आर्म्स एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज हैं।
कभी एक सामान्य ग्रामीण लड़की रही माड़वी सुक्की धीरे-धीरे नक्सली संगठन की रणनीतिक धुरी बन गई। उसने संघम सदस्य के तौर पर शुरुआत की और संगठन की सीढ़ियां चढ़ते हुए पार्टी सदस्य, फिर एलओएस कमांडर और अंततः एरिया कमेटी सदस्य तक पहुंच गई। उसके जिम्मे न केवल हमलों की योजना बनाना था, बल्कि युवाओं को बरगलाकर संगठन में भर्ती करने और उन्हें हिंसक गतिविधियों के लिए तैयार करने की भी जिम्मेदारी थी।
पुलिस ने उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जगदलपुर की केंद्रीय महिला जेल भेज दिया गया है। अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी को सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता बताया है और संकेत दिया है कि नक्सल विरोधी अभियान अब और तेज़ गति से आगे बढ़ेगा।