कोरबा. स्कूली खेलकूद के नाम पर शिक्षा विभाग किस कदर लापरवाही और बच्चों की जान को जोखिम में डाल रहा है. इसका ताजा उदाहरण आज कोरबा में सामने आया है. जहां मड़ई खेल उत्सव के नाम पर स्कूली बच्चों को जानवरों की तरह पिकअप में भरकर लाया ले जाया जा रहा है. ऐसे ही एक खेल में शामिल होकर लौट रहे स्कूली बच्चों से भरी पिकअप पलट गई. जिसमें करीब 40 बच्चे सवार थे. इस गंभीर हादसे में जहां 26 बच्चे घायल हुए वहीं छह की हालत गंभीर बताई जा रही है.
मगर इस पूरी घटना ने शिक्षा विभाग के कारनामे को उजागर कर दिया है. दरअसल इन दिनों कोरबा में इंटर स्कूल प्रतियोगिता का आयोजन कराया जा रहा है जिसे मड़ई खेलकूद प्रतियोगिता का नाम दिया गया है. 03 जनवरी को भी बाकी मोगरा में खेलकूद का आयोजन कराया गया था. जहां शामिल होने रंजना के प्राथमिक शाला के करीब 40 बच्चे एक पिकअप में जानवरों की तरह ठूंस-ठूंस कर भरे गए थे. जब पिकअप वापस लौट रही थी तब बांकी मोगरा थाना क्षेत्र के शुक्ला खार के पास नशे में धुत ड्राइवर के लापरवाही के कारण पिकअप पलट गई और पिकअप में सवार मासूम बच्चे घायल हो गए.
इस दौरान पिकअप में सवार करीब 40 बच्चों में से 26 बच्चों को चोटें आई है. गंभीर बात यह कि इस दुर्घटना के बाद 6 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. जिन्हें इलाज के लिए पहले बाकी मोगरा के अस्पताल, फिर कटघोरा अस्पताल में दाखिल कराया गया. इस पूरी घटना के बाद शिक्षा विभाग की लापरवाही सामने आई है इधर इस मामले में एसडीएम का रुख भी आप समझ सकते हैं कि उन्हें यह तक पता नहीं कि बच्चे पिकअप में ले जाए गए थे. या ऑटो में ऐसे में कहा जा सकता है कि खेल के नाम पर शिक्षा विभाग जमकर उगाही तो करता है. मगर शायद उन्हें बच्चों के जान की कोई परवाह नहीं.
जब इस मामले में शिक्षा विभाग का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो शिक्षा अधिकारी जिले से बाहर मिले. जबकि शिक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी इस बार इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं.