अंबिकापुर छत्तीसगढ़िया अधिकार यात्रा में अंबिकापुर पहुचे मरवाही विधायक अमित जोगी ने बलरामपुर जिले में उत्तरप्रदेश की सीमा पर बन रहे अमवार डैम के मामले में कहा की “अगर बाँध बना तो सबसे पहले वो उसमे जल समाधी लेंगे” दरसल अमित जोगी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कई मामलों में सरकार को आड़े हाथो लिया..और बताया की किस तरह तत्कालीन मंत्री रामविचार नेताम ने अपने ही विधान सभा क्षेत्र के 40 गांवो के लोगो को मौत के मुह में ढकेल दिया है.. दरअसल इस बाँध में सरकारी रिपोर्ट यह कहती है की बाँध के निर्माण से लगभग 56 परिवार प्रभावित हो रहे है, जबकी हकीकत यह है की लगभग 40 गांव इस निर्माण से डूब जायेंगे.. जिसका विरोध अमित जोगी शुरू से कर रहे है.. अमित ने कहा की ” तत्कालीन मंत्री ने अपने ही क्षेत्र के 40 गाँव के लोगो का डेथ वारंट साइन किया था, यही वजह ही क्षेत्र की जनता ने उन्हें चुनाव नहीं जीतने दिया” अमित बार बार यह कहते भी नजर आये की वो बाँध बनाए जाने का विरोध नहीं कर रहे है बल्की वो ये चाहते है की प्रभावितों के साथ न्याय किया जाए..अगर प्रभावित गाँव के लोगो के साथ न्याय नहीं हुआ तो अमित जोगी खुद उस बाँध में जल समाधी लेंगे..
इसके अलावा अमित ने अम्बिकापुर मेडिकल कालेज में बाहर से डाक्टर लाये जाने के सवाल पर कहा की ऐसा नहीं की प्रदेश में बजट नहीं है या डाक्टर नहीं है, सरकार की नीयत सही नहीं है इसलिए अंबिकापुर में डाक्टर नहीं है.. सरकार प्राइवेट अस्पतालों को लाभ देने के लिए सरकारी अस्पताल में ध्यान नहीं देती है तभी तो लोग प्राइवेट अप्स्तालो में जाकर लुटते है.. उन्होंने बताया की अधिकतम सवा चार लाख के वेतन पर अंबिकापुर में न्यूरो सर्जन रखने को सरकार सक्षम है और मै सैकड़ो ऐसे न्यूरो सर्जन की लिस्ट दे सकता हु जो इस सैलरी में काम कर सकते है.. लेकिन सरकार नहीं चाहती की यहाँ के अस्पतालों में डाक्टर आये.. उन्होंने यह भी बताया हमारे प्रदेश का स्वस्थ बजट इतना अधिक है की उतने पैसे में कुछ भी किया जा सकता है..हर वर्ष अनाब सनाब चीजो में खर्च करने के बाद भी लगभग 35 प्रतिशत स्वस्थ बजट लेप्स हो जा रहा है.. बहरहाल अमित बातचीत के दौरान सरकार के खिलाफ काफी सख्त नजर आये..