अम्बिकापुर. शहर के बौरीपारा निवासी महिला सरिता जायसवाल ने सीतापुर में संस्कृत विषय के शिक्षक के लिए आवेदन दिया था. इसी संबंध में महिला के पति के पास एक फोन आया था. जिसने अपना नाम नितिन कुमार बताया था. युवक ने महिला को बताया कि वह कलेक्टर सरगुजा का डाटा एंट्री ऑपरेटर है. उसने पूछा कि क्या आपने संस्कृत के शिक्षक के लिए फॉर्म भरा है. महिला द्वारा फार्म भरने की जानकारी देने पर फोनकर्ता ने उन्हें बताया कि आवेदन में कुछ त्रुटियाँ है जिस वजह से फॉर्म आगे नहीं बढ़ पा रहा है. उसने महिला को बताया कि कुछ खर्च करने पर फॉर्म आगे बढ़ जाएगा और आप की नियुक्ति भी हो जाएगी. फोनकर्ता ने महिला से पहले 20 हजार व काम होने के बाद 30 हजार रुपए की मांग की.
युवक के झांसे में आकर महिला ने सूरज कुमार ने नाम पर दर्ज खाता नंबर पर पहले 20 हजार व पुनः 15 हजार डलवा दिए. पैसे मिलने के बाद नितिन ने महिला को एक नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया. लेकिन उस नियुक्ति पत्र में किसी का सील नहीं लगा था. युवक ने पूरी राशि मिलने पर सील लगाने की बात कही थी. लेकिन जब महिला ने पुनः युवक के नंबर पर फोन किया तो नंबर बंद आया. जिसके बाद महिला को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ. महिला ने इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस से की है जिसके बाद पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज किया है.