अम्बिकापुर
रमजान के महीने में रोजेदार का एक महीने का व्रत उसके बाद अंत मे सेवाइयों में लिपटी मोहब्बत की मिठास का त्यौहार ईद-उल-फितर भूख-प्यास सहन करके एक महीने तक सिर्फ खुदा को याद करने वाले रोजेदारों को अल्लाह का इनाम है । मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व न सिर्फ हमारे समाज को जोडने का मजबूत सूत्र है बल्कि यह इस्लाम के प्रेम और सौहार्द भरे संदेश को भी फैलाता है ।
अम्बिकापुर मे भी ईद का त्यौहार ऐसे ही सौहार्दपूर्ण वातावऱण मे मनाया गया । मुस्लिम बाहुल्य इलाके के साथ ईद उल फितर का जश्न पूरे शहर मे दिखा। मंगलवार की सप्ताहिक बंदी के बावजूद त्यौहार के कारण पूरे शहर मे चहल पहल रही और लोग एक दूसरे गले मिलकर ईद की मुबारक बाद देते नजर आए। इस दौरान शहर मे विभिन्न आय़ोजन हुए।
इधर शहर के मोमिनपुरा इलाके मे हर साल की तरह इस साल भी ईद उल फितर का त्यौहार सामूहिक रुप से मनाया गया । शहर के समलाया मंदिर के ठीक पीछे पिछले 35 वर्षो से जारी ईद मिल के इस सामूहिक कार्यक्रम मे हिंदू, मुस्लिम ,सिख ,ईसाई सभी धर्मो के अग्रणी लोगो ने शिरकत की। और मुस्लिम समाज के लोगो को ईद की मुबारकबाद दी। इतना ही नही ईद उल फितर के इस मौके पर विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव मिलन सामाहोर के अंत तक लोगो को ईद का मुबारकबाद देने के लिए मौजूद रहे तो ईद मिलन के इस परंपरागत कार्यक्रम मे सरगुजा मसीही समाज के प्रमुख बिशप पतरस मिंज ,पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष यूएस सिंहदेव , वृक्ष मित्र ओपी अग्रवाल, अतुल सिंह, निगम के नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद और सिख समाज के प्रमुख लोगो ने भी अपनी उपस्थिती दी।