एक्सीडेंट में 2 युवकों की मौत: NH पर चक्के का गहरा निशान बना हादसे की वजह, परिजनों ने अफसरों पर लगाए ये आरोप

अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..शनिवार की रात ग्राम काराबेल के पास नेशनल हाईवे पर तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में बाइक सवार दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद सदमे में आये परिजनों ने इस मौत के लिए सड़क समेत नेशनल हाईवे विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि जिस जगह पर यह हादसा हुआ, वहाँ से पहले सड़क पर भारी वाहन के दबाव से चक्के का गहरा निशान बन गया है। जिसकी चपेट में आने से बाइक अनियंत्रित होकर पिल्लर से जा टकराई और उसमें सवार दोनों युवकों की मौत हो गई। उन्होंने इस मामले में जाँच की मांग की है ताकि दुर्घटना की वजह सामने आ सके। उन्होंने दुर्घटना पर रोकथाम के लिए नेशनल हाईवे के उस हिस्से की मरम्मत की मांग की है। जिसकी वजह से दो युवकों की जान चली गई।

बता दें कि शनिवार को नमनाकला अंबिकापुर निवासी 22 वर्षीय विकास लकड़ा आ० स्व राजेश लकड़ा अपने साथी जोसेफ मिंज आ० जगदीश मिंज (उम्र 23 वर्ष) निवासी कुनियाकला चिरगापारा के साथ दशकर्म में शामिल होने बाइक से ग्राम मुरता आया हुआ था। जहाँ दशकर्म संपन्न होने के बाद दोनों शाम को बाइक से घर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान शाम 7 बजे उनकी बाइक जायसवाल ढाबा काराबेल से पहले अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े पिल्लर से जा टकराई। इस टक्कर में बाइक चला रहे विकास की मौके पर ही मौत हो गई, वही सिर में गंभीर चोट की वजह से जोसेफ ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।

इस घटना के बाद सदमे में आये परिजनों ने इस हादसे के लिए नेशनल हाईवे के लापरवाह अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि जिस जगह यह हादसा हुआ। वहाँ से कुछ दूर पहले भारी वाहन के पहिये का निशान बना हुआ है जो तीन से पांच इंच तक गहरा है। जिसकी वजह से यहाँ पर छोटे चार चक्का वाहन समेत बाइक सवारों का संतुलन बिगड़ जाता है।

गौरतलब है कि कुछ महीने पूर्व बढ़ती सड़क दुर्घटना पर रोकथाम के लिए पुलिस एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारीयों ने नेशनल हाईवे का निरीक्षण किया था। इस निरीक्षण का उद्देश्य नेशनल हाईवे पर उन संवेदनशील जगहों को चिन्हांकित करना था। जहाँ सड़क दुर्घटना की हमेशा संभावना बनी रहती है। उस दौरान निरीक्षण करने वाले अधिकारियों ने घुमावदार सड़क पर पहिये की निशान वाली जगह को भी संवेदनशील माना था। जिसके बाद उस जगह की मरम्मत कराने की बात भी कही गई थी। किंतु अधिकारियों ने नेशनल हाइवे के अन्य संवेदनशील जगहों का मरम्मत करा दिया और इसे जैसा का तैसा छोड़ दिया। जिसकी चपेट में आकर बाइक हादसे का शिकार हो गई और उसमें सवार दो युवक अपनी जान गंवा बैठे। सड़क हादसे के बाद सदमे में आये मृतक के फूफा राजेंद्र समेत भाई प्रकाश ने घटना के बाद घटनास्थल की जांच की मांग की है। ताकि घटना की वजह एवं नेशनल हाईवे के अधिकारियों की लापरवाही सामने आ सके।