रायपुर 24 नवंबर 2014
छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेष बघेल और कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव ने प्रदेष के किसानों से आग्रह किया है कि राज्य सरकार की धान खरीदी की किसान विरोधी नीतियों के विरोध स्वरूप सोसायटियों एवं मंडियों में 1 दिसंबर को धान बेचने न ले जाने की अपील की है। सरकार द्वारा पंजीयन के नाम पर किसानों को बेवजह परेषान करने नये-नये प्रावधानों के चलते प्रदेष के 45 प्रतिषत किसान पंजीयन से वंचित रखा गया है। धान की खरीदी पूर्व में प्रतिवर्ष अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में शुरू हो जाया करती थी, भाजपा सरकार के कुप्रबंधन से प्रदेष की अर्थव्यवस्था बदहाल हो चुकी है। सरकार किसानो का धान नहीं खरीदने का बहाना खोज रही है इसलिये 1 दिसंबर से धान की खरीदी के निर्णय लिया गया। सरकार की घोषित धान खरीदी नीति में प्रति एकड़ सिर्फ 10 क्विंटल ही धान की खरीदी की जायेगी। जिसके कारण प्रदेष के किसान अपनी पूरी फसल का सही दाम नहीं पायेंगे। किसानो को कोचियों, दलालों को अपनी फसल कम दामों में बेचने मजबूर होना पड़ेगा। किसानों को प्रतिक्विंटल 300 से 400 रू. का नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों के खून पसीने की कमाई को कोचिये पानी के मोल खरीद रहे है, इस पीड़ा को महसूस करते हुये प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष भूपेष बघेल और कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव ने संयुक्त रूप से किसानो से अपील की है कि वे अपनी पीड़ा और वेदना के साथ शासन की धान खरीदी नीति का विरोध करने के लिये 1 दिसंबर को मंडियों एवं सोसाईटियों में धान बेचने न ले जायें।