अम्बिकापुर अब सरगुजा के बेलगाम हाथी पर लगाम लगाई जा सकेगी.. जिसकी विश्व स्तरीय विधि से शुरूआत कर दी गई है.. सरगुजा वन विभाग और अन्य प्रदेशों से आए एक्सपर्टो की टीम ने संभाग के जंगल मे घूम रहे एक हाथी को सेटेलाइट कालर आईडी पहना दिया.. जिससे अब वन विभाग हाथी के मूवमेंट की लोकेशन लेकर समय पर एलर्ट हो सकेगा..
हाथी को पहनाई लाखो की माला
दरअसल हाथी समस्या से निपटने के लिए वन विभाग ने अरबो रूपए खर्च किए गए.. लेकिन बेकाबू जंगल हाथियो को काबू कर पाने मे वन महकमा पूरी तरीके से सफल नहीं हो पाया है.. लिहाजा इस बार वन विभाग ने हाथी के गले मे तीन लाख की माला पहना दी.. लेकिन ये माला साधारण माला नहीं है बल्कि ये सेटेलाइट कालर आईडी है.. जो सीधे सेटलाईट से कनेक्ट होगी.. और फिर वन विभाग के अधिकारियों को हाथी की लोकेशन मिल सकेगी.. और किसी घटना के होने के पहले बचाव किया जा सकेगा..
जोखिम भरा रहा सेटेलाइट कालर आईडी पहनाना
देश और प्रदेश के बाहर से आए हाथी एक्सपर्ट की टीम आज सुबह प्रतापपुर वन मंडल के उस लोकेशन पर पहुंची, जहां पहले हाथियों के समूह से भटके एक हाथी को घेराबंदी करके उसे बेहोश किया गया.. उसके बाद बेहोश हाथी के ऊपर चढकर हैदराबाद से आए दो हाथी एक्सपर्ट युवकों ने सेटेलाइट कालर आईडी लगाई.. जो काफी जोखिम भरा काम था.. क्योंकि हाथी बेहोश तो था लेकिन खडा था..
3 लाख की कालरआईडी और 1 लाख किराया..
वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जंगली हाथियों के लोकेशन लेने के लिए हाथी को जो सेटेलाइट कालर आईडी लगाई गई है वो साऊथ अफ्रीका से मंगाई गई है.. जिसकी कीमत तीन लाख रूपए और सेटलाईट का किराया 1लाख रूपए प्रति वर्ष होगा.. जिससे सरगुजा के हाथियो के एक समूह के लोकेशन लेने के लिए कारगर होगा…
ये थे टीम के सदस्य
रायपुर नंदन वन डां जय, किशोर जाडिया, वाईल्ड लाईफ इंस्टीटयूट आफ इंडिया देहरादून डां विभाष पाण्डव, सीसीएफ सरगुजा के के बिसेन, सीएफ वाइल्ड लाईफ सी एस तिवारी, डीएफओ बलरामपुर विवेकानंद झा, वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट डां सी के मिश्रा, समेत वन विभाग और एक्सपर्टो की टीम मौके पर मौजूद थी.