राजपुर(पूरन देवांगन) हाथियों ने शनिवार की रात लोधी डाँड़ के जंगलों में दो लोगों को मारने के बाद गोपालपुर प्रतापपुर मार्ग में सिलफिली के जंगलों में फिर एक व्यक्ति की जान ले ली। जानकारी के अनुसार मुरका निवासी रहमुद्दीन पिता नजबुद्दीन 45 वर्ष सब्जी बेचने का काम करता था, इसी सिलसिले में शुक्रवार को प्रतापपुर साप्ताहिक बाजार में आलू बेचने के लिए निकला था, जिसके बाद वह घर नहीं पहुंचा।
शनिवार को उसके परिजन एवं गांव के कुछ लोग उसे ढूंढने के लिए प्रतापपुर की ओर निकले परंतु काफी खोजबीन के बाद भी उसका कोई अता पता नहीं चल पाया। ग्रामीण पुनः रविवार सुबह उसे ढूंढने के लिए निकले तो प्रतापपुर से 5 किलोमीटर दूर गोपालपुर मुरका मार्ग में करसी के पास सिलफिली के जंगलों में सड़क किनारे उसकी साइकिल पड़ी मिली मिली। जिसके बाद ग्रामीणों ने आसपास उसकी खोजबीन शुरू की तो सड़क से 200 मीटर अंदर उसकी क्षत-विक्षत लाश मिली। जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रतापपुर वन विभाग को दी।
गौरतलब है कि इन दिनों पूरा क्षेत्र हाथियों के आतंक से थर्राया हुआ है। हाथियों ने गांव में पहुंचकर घर मकान फसल व अन्य संपत्ति को भारी क्षति पहुंचाने के साथ साथ जनहानि भी कर रहे हैं। हाथियों के आतंक से ग्रामीण काफी भयभीत हैं वे दिन-रात हाथियो से बचने के उपाय व इन्हें अपने गांव से दूर भगाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। पिछले एक माह से क्षेत्र में हाथियों के दस्तक से गांव में रहने वाले ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है। ग्रामीण अपने खेत खलिहानों व घरों को छोड़कर अपनी अपनी जान माल की सुरक्षा करने में लगे हुये है।
प्रतापपुर क्षेत्र के तरफ से पहुंचे 24 हाथियों के दल ने क्षेत्र में अपना आतंक मचा ही रहे थे की पिछले सप्ताह धौरपुर रेंज के तरफ से 28 हाथियों का दल राजपुर रेंज में पहुंचकर उत्पात मचाना शुरु कर दिया। क्षेत्र में इतने हाथियों के दस्तक से पूरा क्षेत्र इन दिनों थर्राया हुआ है। 53 हाथियों का समूह अब गोपालपुर सर्किल के दुप्पी चौरा के जंगलों में डटे हुए हैं। हाथियों ने शनिवार की रात लोधी डाँड़ के जंगलों में एक महिला वह एक मासूम को मौत के घाट उतारने के बाद गोपालपुर प्रतापपुर मार्ग में करसी के जंगल मे एक व्यक्ति की जान ले ली है।
ग्रामीण घंटो करते रहे वन अमला आने का इंतजार
ग्रामीणों ने मौके पर से घटना की जानकारी प्रतापपुर रेंज के कर्मचारियों को दी परंतु वन अमला रेंज के उहा-पोह की स्थित में घंटो नहीं पहुंचे।जिसके बाद इस बात की जानकारी सीसीएफ को देने के बाद वन अमला सक्रिय हुआ एवं वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे।