बलरामपुर (कृष्ण मोहन कुमार) जिले के बरदर में निर्मल भारत अभियान के शौचालय निर्माण मे भ्रष्टचार का मामला आया सामने,शौचालय निर्माण के नाम पर स्वीकृत राशि को ढकार गए पंचायत प्रतिनिधि, हर घर मे नही बना शौचालय और कर दिया ओडीएफ,वही ग्रामीणों में आक्रोश।
निर्मल भारत पर पलीता
बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत बरदर में वर्ष 2013-14 में निर्मल भारत अभियान के तहत 467 शौचालय निर्माण की स्वीकृति मिली थी,वही ग्रामीणों का आरोप है,की तत्कालीन पंचायत प्रतिनिधियों ने पंचायत सचिव से मिलीभगत कर कुछ हितग्राहियो के घरों में शौचालय निर्माण की प्रक्रिया शुरू भी कर दी,लेकिन कुछ हितग्राहियो का कहना है कि गाव के दो से तीन मोहल्लों में निवासरत हितग्राहियो के घरों में शौचालय के लिए नीव तक नही खोदी गई,और कागजो में इन हितग्राहियो के घरों में शौचालय निर्माण को पूर्ण बता दिया गया।
आज भी लोग जा रहे खुले में शौच
वही निर्मल भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण में 10 लाख 76 हजार रूपयो के गबन का मामला सामने आने पर,ग्रामीण वर्ष 2013 -14 की सूची में अपना नाम देख कर हतप्रभ है,कुछ हितग्राहियो का कहना है कि उनके यहाँ शौचालय बना ही नही,जिसे लेकर ग्रामीण आक्रोशित है।
इसके अलावा ग्रामीण घर मे शौचालय नही होने के अभाव के चलते शौच करने नदी किनारे और जंगलों की ओर रुख कर रहे है,यही नही जिला प्रशासन ने बकायदा इस ग्राम पंचायत को खुले में शौच से मुक्त(ओडीएफ) भी घोषित कर दिया है,जो समझ से परे है।
वही जिले में पदस्थ स्वच्छ भारत मिशन के समन्वयक मनीष सिन्हा की माने तो उन्हें इस सम्बंध कोई जानकारी नही है,और नाही उनसे इस मसले पर कोई शिकायत भी अबतक नही की गई,तो भला जब गाव के हर घर मे शौचालय बना नही तो ओडीएफ कैसे घोषित कर दिया गया,बहरहाल अब जिम्मेदार अधिकारी मामले की जांच के बाद दोषियों पर कार्यवाही करने की बात कह रहे है।
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केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना में गड़बड़ियां उजागर हुई तो,अधिकारियों ने उसे सुधारने का भरसक प्रयास किया,लेकिन निर्मल भारत अभियान के तहत बनाये गए शौचालयों की सुध तक लेना जिम्मेदार अफसरों ने उचित नही समझा,और आज इसका खामियाजा गाव की भोली भाली जनता को भुगतना पड़ रहा है।