बिलासपुर 14 सितंबर 2014
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने आज शासकीय जिला अस्पताल बिलासपुर में पी.पी.टी.सी.टी. मल्टीड्रग रेजीमेन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ के बारह जिलों में राज्य एड्स नियंत्रण समिति के द्वारा एड्स की रोकथाम के लिये संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम में बताया गया कि छत्तीसगढ़ मध्य भारत का पहला राज्य है, जहां पी.पी.टी.सी.टी. मल्टीड्रग रेजीमेन कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में कई स्वास्थ्य योजनाओं को प्रारंभ किया है। जिससे लोगों को आज लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी और सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से वर्ष 2015 में स्वास्थ्य जागरण अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जायेगा। स्वास्थ्य मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राज्य शासन द्वारा सिकल सेल, मलेरिया और एड्स जैसी बीमारियों से निपटने और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अतिरिक्त परियोजना संचालक डॉ. एस.के.विंझवार ने अपने उद्बोधन में बताया कि पी.पी.टी.सी.टी. मल्टीड्रग रेजीमेन कार्यक्रम राज्य के 12 जिलों में अभी चलाया जायेगा। जिसके तहत् एचआईव्ही पीड़ित गर्भवती महिलाओं को मल्टीड्रग रेजीमेन दवाएं दी जायेंगी। जिससे होने वाले नवजात शिशु में एचआईव्ही की रोकथाम की जा सके। यूनीसेफ कन्सलटेंट सुरेन्द्र यादव ने पी.पी.टी.सी.टी. मल्टीड्रग रेजीमेन कार्यक्रम के बारे में बताया । इस अवसर पर कलेक्टर श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के.भांगे, एल्डरमेन रामदेव कुमावत, डॉक्टर्स-नर्स एवं अन्य लोग उपस्थित थे।