प्रदेश के इतिहास में अभी तक सबसे कम समय चली है चतुर्थ विधानसभा
सत्तापक्ष के इशारे पर होता है बहिष्कार का फैसला
रायपुर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए बताया है की छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव जरूर है लेकिन फैसला कोई और थोप रहा है। सत्तापक्ष के इशारे पर विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल करीब 4 साल से सदन की कार्यवाही का लगातार बहिष्कार का खेल चल रहा है।
पूर्व मंत्री विधान मिश्रा और विधायक आर.के. राय ने यह सनसनीखेज आरोप लगाया है । विधान मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने विधानसभा के बहिष्कार की परंपरा बना ली है, एक मुददे की आड़ में जनहित के अनेक मुददे दबा दिए जा रहे है, कभी नसबंदी कांड तो कभी आंखफोड़वा कांड के बहाने विधानसभा ठप कर दी गई और सारे विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाने से वंचित कर दिए गए। किसी सत्र को महादेवघाट के मंदिर के विरोध के नाम पर तो किसी सत्र को नान घोटाले की आड़ में नहीं चलने दिया गया। विधान मिश्रा ने सवाल किया है क्या विधानसभा का पूरा सत्र महज एक मुददा उठाने के लिए होता है ? जो मुददे उठाये जाते है उसको भी सांठ-गांठ कर बिना परिणाम के समाप्त कर दिया जाता है।
श्री मिश्रा एवं राय ने कहा कि विधानसभा का सत्र ठप करने के लिए पीछे बड़ी साजिश है। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र इस बार 11 दिन का था। साजिश के तहत इस सत्र को ढाई दिनों में ही खत्म करवा दिया गया । सत्र समाप्त करवाने के पीछे हर बार की तरह कांग्रेस के एक नेता की भूमिका अहम रही। सभी जानते है कि मानसून सत्र में पनामा पेपर लीक, जमीनों पर अवैध कब्जे का मामला उठने वाला था। बेहतर होता कि कांग्रेस हंगामा करने के बजाय सरकार को सदन में घेरती। हर मुददे पर सरकार से जवाब मांगती । विधान मिश्रा व आर.के. राय ने कहा कि आगामी 22 सितंबर को विधासभा का एक का विशेष सत्र आहूत है। कांग्रेस इस 7 दिन का सत्र बुलाने की मांग कर रही है जब 11 दिनों का मानसून सत्र ढाई दिन में समाप्त हो गया तो फिर 7 दिन के विशेष सत्र की मांग का क्या औचित्य है?
विधान मिश्रा ने कहा कि लगता नहीं कि कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव है, उन्हें इस बात का अहसास होना चाहिए श्री सिंहदेव के सरल व सीधेपन का फायदा कांग्रेस संगठन का कोई नेता उठा रहा है , जो सत्तापक्ष के इशारे पर फैसले लेता है।
नुराकुश्ती चल रही – राय
विधायक आर.के.राय का कहना है कि विधानसभा में सत्तापक्ष और कांग्रेस की नुराकुश्ती चल रही है सत्तापक्ष के लोग इशारा करते है और कांग्रेस के नेतागण सरकार के हित में फैसला लेते है। श्री राय ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को जनता और उनकी समस्याओं से कोई लेना देना नहीं हैै।