छत्तीसगढ़ की सरगुजा पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए अनूठा प्रयास शुरू किया है.. इस प्रयास के तहत सरगुजा पुलिस द्वारा गाँव व शहर की महिलाओं व लडकियों को कामान्ड़ो ट्रेनिग दे रही है साथ ही समाज में हो रहे अपराध को रोकने के लिए महिलाओ को जागरूक किया जा रहा है.. लिहाजा महिला सशक्ति करण के लिए किया जा रहा यह प्रयास वाकई रंग लाता दिख रहा है..
सरगुजा जिले में महिलाओ को शसक्त बनाने के लिए सरगुजा पुलिस ने एक अनूठी पहल की शुरुआत की है.. इस कार्यक्रम के तहत आम महिलाओ को महिला कमांडो की ट्रेनिग दी जा रही है.. जिससे वो अपनी और अन्य महिलाओं की रक्षा कर सके.. अंबिकापुर के पुलिस लाइन में आयोजित ट्रेनिग के पहले चरण मे इन महिलाओ को कानून संबंधी जानकारी दी गई जिससे वह यह जान सके की महिलाओ के किन किन मामलो में अपराध दर्ज किया जा सकता है.. इतना ही नहीं त्योहारों के अवसर पर भीड़ भाड वाली जगहों पर भी ये महिला कमांडो आप लोगो के बीच तैनात रहेगी और भीड़ का फायदा उठाने वाले मनचलों की तो अब खैर नहीं क्योकी ये महिला कमांडो बिना वर्दी के भीड़ के बीच मौजूद रह कर पुलिस का सहयोग करेंगी…
वही प्रशिक्षण के दुसरे चरण में कमांडो ट्रेनिग दी गई जिसमे महिलाओ को ताईक्वांडो प्रशिक्षक के द्वारा आत्म रक्षा की ट्रेनिग दी गई.. इसके अलावा चौथे चरण में अपने अपने क्षेत्र में हो रहे अपराध को नियंत्रण करने में महिलाओं की सहभागिता कैसे हो सकती है इस बात का प्रशिक्षण दिया गया.. और अंतिम और चौथे चरण में इन प्रशिक्षित महिलाओं को अपने क्षेत्र की अन्य महिलाओं को प्रशिक्षित करने की ट्रेनिंग दी गई.. साथ ही प्रशिक्षित महिलाओ को महिला कमांडो का यूनिफार्म प्रदान किया गया..
इस सम्बन्ध में सरगुजा पुलिस में पदस्थ महिला एसडीओपी गरिमा द्विवेदी ने बताया की इस कार्यक्रम के तहत 250 महिला कमांडो को प्रशिक्षित किया गया है जो अब अपने क्षेत्र में अपराध नियंत्रण के लिए काम करेंगी साथ ही अन्य महिलाओ को भी ट्रेंड करेंगी..
वही इस नई पहल का जिम्मा उठाये हुए जिले के पुलिस अधीक्षक आर एस नायक ने प्रशिक्षण की उपलब्धियों को बताते हुए कहा की शुरुआत में 250 महिला कमांडो को प्रशिक्षण दिया गया है और वर्ष 2022 तक 5000 महिला कमांडो तैयार करने की उम्मीद जताई है..
बहरहाल समाज में बढ़ते अपराध को देखते हुए सरगुजा पुलिस की यह पहल वाकई सराहनीय है.. ख़ास कर महिलायें जो अक्सर अपने साथ हो रहे अपराध को जानकारी के आभाव में या समाज के डर से चुप चाप सहती रहती है.. उन महिलाओं को जागरूक करने के साथ साथ अपराध के खिलाफ लड़ने की हिम्मत और जानकारी दे कर एक नए भारत के निर्माण में बड़ा काम किया है..