सारंगढ से गोल्डी कुमार की रिपोर्ट
रायगढ
रायगढ़ जिले के सारंगढ़ ब्लॉक के ग्राम उच्चभिट्टी में गैंगरेप के बाद पीड़िता की मौत के मामले में मरवाही विधायक अमित जोगी ने राज्य सरकार की कानून-व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाए हैं । अमित जोगी ने कहा है कि मामले में शासन और प्रशासनिक अमले ने संवेदनहीनता की हदें पार की हैं । घटना के बाद पीड़िता से मिलने न तो जिम्मेदार अधिकारी पहुंचे हैं और ना ही शासन के नुमाइंदों ने पीड़िता की खैर खबर ली है ।
अमित जोगी कल शाम को ग्राम उच्चभिट्टी पहुंच कर पीड़ित परिवार से मुलाक़ात के दौरान अपनी बात मिडिया के सामने रख रहे थे । उन्हें लगता है कि इस घटना के लिए जितने शासन-प्रशासन दोषी है उतना मैं भी क्योंकि इस परिवार की मैं मदद नहीं कर पाया ।
अमित जोगी ने ये भी आरोप लगाया है कि पीड़िता ने पैसे की कमी और इलाज के अभाव में दम तोड़ा है, जिसके लिए राज्य सरकार दोषी है। इस घटना के लिए जितने आरोपी जिम्मेदार हैं उतनी ही सरकार की असंवेदनशीलता जिम्मेदार है ।
उन्होंने कहा कि सुकमा में भी एक मासूम के साथ बलात्कार किया गया और बाद में उसे नक्सली बताकर हत्या कर दी । अमित ने कहा कि ये घटनाएं राज्य सरकार को कटघरे में ला खड़ा करती हैं. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि गैंगरेप पीड़िता को पहले सारंगढ़ अस्पताल से रायगढ़ भेजा गया और फिर रायगढ़ के निजी अस्पताल ने हाथ खड़े किए तो उसे रायपुर भेजा गया और रायपुर में पिता के द्वारा 25 हजार रुपए खर्च करने के बाद भी पीड़िता की इसलिए मौत हो गई क्योंकि उसके पास और पैसे नहीं थे ।
अमित जोगी ने आरोप लगाया है कि पैसे नहीं होने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उसे वेंटिलेटर से हटा दिया जिससे उसकी मौत हो गई । अमित जोगी ने कहा है कि बच्ची के खोने का दर्द जो उसके माता-पिता ने सहा है उसे भले ताउम्र कोई पूरा नहीं कर सकता हो, लेकिन राज्य सरकार को चाहिए इस मामले में संवेदनशीलता बरतते हुए पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करे ।