चिरमिरी से रवि कुमार सावरे
संसद ने अब तक एक भी प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं किया
नई सरकार के कार्यकाल को 100 दिन हैं करीब
सांसद नहीं दे रहे प्रस्ताव
केन्द्र की नई सरकार कार्यकाल के 100 दिन पूरे करने की ओर है। वादे और घोषणाएं तो खूब की गई, लेकिन धरातल पर इसकी झलक नजर नहीं आ रही है। सांसद द्वारा विकास, जनहित कार्य संबंधी एक भी प्रस्ताव प्रषासन के समक्ष प्रस्तुत नही किए जाने से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
कोरबा संसदीय क्षेत्र तीन जिलों की आठ विधानसभा क्षेत्र में समाहित है। ऐसे कई ईलाके हैं जो आज भी पिछडे़ हुए है। विकास कार्य की द्वष्टि से लोकसभा क्षेत्र में काफी संभावनाएं है। चुनाव में डाॅ चरण दास मंहत के खिलाफ विकास नहीं किया जाना मुददा बना था। केन्द्र की नई सरकार 100 दिन पूरे करने के करीब है। प्रधानमंत्री ने सांसदों को विकास का रोड़ मैप तैयार करने की हिदायत दी थी। सांसद डाॅ.बंषीलाल महतो ने कहा था कि इसकी तैयारी की जा रही है। इधर जिला योजना एवं साख्यिकी विभाग से मिली जानकरी के अनुुसार डाॅ. महतो द्वारा सांसद निधि के तहत एक भी विकास कार्य का प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं किया गया है।
सिफारिष जरुर की
सांसद ने तबादले की सिफारिस जरुर की है। जानकरी के अनुसार जिले दो अधिकारयो को इधर से उधर करने के लिए सिफारिस पत्र राज्य सरकार के संबंधित विभाग को भेजा गया है।
सांसद निधि का आवंटन नहीं
हालांकि अभी तक सांसद निधि का आवंटन नही हुआ हैं। हुआ है। यह भी एक वजह हो सकती है कि सांसद कार्य संबंधी प्रस्ताव प्रस्तुत करने में रुचि नही दिखा रहें है। लेकिन प्रस्ताव मिलने से कागजी प्रक्रिया आगे बढती। साल में सांसद निधि के तहत पाॅच करोड़ का आवंटन होता है।
महंत का मंच प्रेम
सांसद रहें डाॅ चरण दास ने पाच सालो के कार्यकाल में 16.50 करोड़ की रकम केवल मंच निर्माण में फुंक दिऐ।
इस विषय में डाॅ. बंषीलाल मंहतो सांसद कोरबा लोकसभा का कहना था कि सांसदीय क्षेत्र की आवष्यकताओं का आकलन किया जा रहा है। जरुरत और मांग के लिहाज से कार्य का प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएंगे। आने वाले समय में आज तक जो विकास हुआ हैं, उससे 100 गुना अधिक विकास कार्य होगे और में जनता की हर समस्या से मेरा सिधा सबंध होगा चुकि मैं जनता का सेवक हुॅ और जनता की हर समस्या मेरी समस्या हैं अभी सांसद निधि का भी आवंटन नही हुआ है। आवंटन होते ही विकास की गंगा बहेगा ।
जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी डी. धु्रवरे सांसद की ओर से कार्य संबंधी किसी प्रकार का प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है और न ही सांसद निधि का आवंटन आया हैं।