सरगुजा विश्वविद्यालय के खिलाफ एबीव्हीपी का आंदोलन

अम्बिकापुर 
छात्र संघ चुनाव मे मिली जीत के बाद से निष्क्रिय रहे अखिल भारती विद्यार्थी परिषद ने अब सरगुजा विश्वविद्यालय के खिलाफ जंग छेड दी है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज अपनी मांगो को लेकर शहर के सभी महाविद्यालयो को बंद कराया। जिसकी अगुवाई विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष ने की। लेकिन दूसरी तरफ आगामी परीक्षाओ को देखते हुए एनएसयूआई ने इस बंद को छात्र हितो के खिलाफ बताया है।
सरगुजा विश्वविद्यालय मे छात्र संघ चुनाव मे फतह हासिल करने के बाद शांत पडे संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय मे व्यापत समस्याओ को लेकर आज शहर के सभी आठ महाविद्यालयो को बंद कराया। रिचेकिंग और रिव्लेयूवेशन के साथ पूरक के परीक्षा परिणाम घोषित करने मे हो रहे विलंब के विरोध मे किए गए इस बंद की अगुवाई वि·ाविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष दीक्षा अग्रवाल ने किया। दीक्षा के मुताबिक सरगुजा विश्वविद्यालय के मनमाने रवैये के कारण छात्र हितो का नुकसान पंहुच रहा है।
विश्वविद्यालय के नतीजो मे लेटलतीफी और अडियल रवैये के खिलाफ एबीव्हीपी के इस प्रदर्शन के साथ ही छात्र संघ अध्यक्ष की माने तो छात्र संघ आगामी 15,16,17 दिसंबर को एक अभियान चला कर वि·ाविद्यालय मे स्वच्छता और वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी चलाने वाला है। इतना ही नही पिछले दिनो हुई बैठक के मुताबिक इसी दौरान चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के सम्मान का सामारोह भी आयोजित किया जाएगा। लेकिन दूसरी तरफ एनएसयूआई के वि·ाविद्यालय छात्र संघ के कार्यकारिणी सदस्य और पीजी कालेज के सचिव सतीष बारी के मुताबिक छात्र संघ की बैठक मे कालेजो को बंद कराने की कोई रुपरेखा तैयार नही की गई थी। और ये बंद छात्र हित मे नही है,, जो आगामी 17 दिसंबर से होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षाओ मे असर डाल सकता है।
इन सबके के बीच अम्बिकापुर के पीजी कालेज के प्राचार्य  डाँ एस.के.त्रिपाठी , प्राचार्य की माने तो छात्र संघ अध्यक्ष ने उनके कालेज मे भी आज कालेज बंद रखने के लिए ज्ञापन सौंपा था। लेकिन उनके बंद और आंदोलन के दौरान भी जिन छात्रा छात्राओ को कालेज मे पढना वो अपनी पढाई कर रहे है। कालेज बंद नही है।
युवा का उल्टा वायु जरुर हो सकता है , लेकिन सरगुजा वि·ाविद्यालय के छात्र संघ के इस आंदोलन मे ना ही युवा की ताकत नजर आई और ना ही वायु जैसा तेज ,, बहरहाल अपनी उपस्थिती दर्ज कराने के लिए भले ही छात्र संघ अध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज शहर के कालेज बंद कराने की कोशिश की हो , लेकिन लगता नही है कि इनके इस आंदोलन के बाद भी वि·िाद्यालय की कछुआ चाल , खरगोश चाल मे बदलेगी।