अम्बिकापुर 22 जुलाई 2014
साक्षर भारत कार्यक्रम के तत्वाधान में लोगों को साक्षरता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से गत वर्ष गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर सरगुजा संभागायुक्त एवं कलेक्टर के मार्गदर्शन में साक्षरता दीपोत्सव का आयोजन किया गया था। इस दौरान अविभाजित सरगुजा जिले के 1084 ग्राम पंचायतों में स्थित लोक शिक्षा केन्द्रों, 19 विकासखण्ड लोक शिक्षा केन्द्रों एवं तीनों जिला स्तरीय लोक शिक्षा समितियों में 3 लाख 41 हजार 652 लोगांे ने सायं 6.30 एवं 7.00 बजे के मध्य 2 लाख 64 हजार 502 दीप प्रज्जवलित किए। इस आशय का रिकार्ड लिम्का बुक आॅफ रिकार्ड में दर्ज करते हुए प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। जिले का नाम दूसरी बार लिम्का बुक आॅफ रिकार्ड में दर्ज किया गया है। इससे पूर्व वर्ष 2007 में एक साथ 13 लाख 85 हजार 946 पौधे लगाने पर जिले का नाम रिकार्ड में दर्ज करते हुए इस आषय का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया था।
सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन द्वारा आज साक्षरता दीपोत्सव से संबंधित लिम्का बुक आॅफ रिकार्ड का प्रमाण पत्र जिला लोक शिक्षा समिति के परियोजना अधिकारी श्री के.पी.दीक्षित एवं सहायक परियोजना अधिकारी श्री गिरीश गुप्ता को सौंपा गया। इस अवसर पर श्रीमती सैन ने साक्षरता दीपोत्सव से जुड़े सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारी, कर्मचारी एवं सभी कार्यकर्ताओं को इस टीम वर्क के लिए बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
उल्लेखनीय है कि 25 जनवरी 2013 को तत्कालीन जल संसाधन मंत्री श्री राम विचार नेताम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा नेताम, उपाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश जायसवाल, संसदीय सचिव श्री सिद्धनाथ पैंकरा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कमिश्नर श्री एम.एस.पैंकरा एवं कलेक्टर श्री आर. प्रसन्ना, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन तथा सूरजपुर कलेक्टर डाॅ. एस.भारती दासन एवं बलरामपुर-रामानुजगंज कलेक्टर डाॅ.सी.आर.प्रसन्ना के समन्वय से अविभाजित सरगुजा जिले में लोगों को साक्षरता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से अत्यंत उत्साह के साथ साक्षरता दीपोत्सव का आयोजन किया गया था।जिला लोक शिक्षा समिति सरगुजा की इस उपलब्धि पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक एवं सदस्य सचिव श्री सी.एस.डेहरे द्वारा तत्कालीन परियोजना अधिकारी श्री संजय गुप्ता के सक्रिय योगदान की सराहना करते हुए समिति के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को शुभकामनाएं प्रेषित की गई हैं।
सरगुजा जिले का नाम दूसरी बार लिम्का बुक आॅफ रिकार्ड में दर्ज किया गया है। वर्ष 2006 में 12 अगस्त 2006 को जिले के 2.5 लाख लोगों द्वारा लगभग 10 हजार स्थलों पर प्रातः 10 बजे से अपरान्ह 4 बजे तक 13 लाख 85 हजार 946 पौधे लगाये गये थे। इस आषय का प्रमाण पत्र लिम्का बुक आॅफ रिकार्ड द्वारा 2007 में प्रदान किया गया था। गौरतलब है कि अविभाजित सरगुजा जिले को साक्षरता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु वर्ष 2008 में देष का सर्वोच्च सम्मान सत्येन मैत्रा अवार्ड, वर्ष 2010 में लुण्ड्रा विकासखण्ड के कोयलारी ग्राम पंचायत को साक्षरता के क्षेत्र में उत्कृष्टता हेतु सत्येन मैत्रा अवार्ड, वर्ष 2011 में अविभाजित सरगुजा जिले के विकासखण्ड सूरजपुर को साक्षर भारत अवार्ड तथा वर्ष 2012 में सरगुजा जिले को साक्षर भारत अवार्ड प्राप्त हुआ है।