बलरामपुर कृष्ण मोहन कुमार : जिले के ग्राम बड़किमहरी में कथित धर्मांतरण को लेकर देखते ही देखते महौल गर्मा गया,ग्रामीणों का आरोप है कि,एक विशेष आदिवासी समुदाय के लोगो का कुछ ईसाई समुदाय के रूप में धर्मांतरण करा रहे थे,इतना ही ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि,गांव के भोले भाले लोगो को धर्म और सम्प्रदाय के नाम पर फुट डालने का प्रयास किया जा रहा है।
वही विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने जिला पंचायत सदस्य धीरज सिंहदेव के नेतृत्व में गाँव पहुँचकर गांव में चल रहे इस कथित धर्मांतरण के खेल को रोका, और पुलिस से मामले की शिकायत की है। दरसल ग्राम बड़किमहरी में कल एक धर्म विशेष के लोगो द्वारा प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था,जिसमे ग्रामीणों का आरोप था की, उन्हें हिन्दू धर्म को परिवर्तित कर ईसाई धर्म मानने के लिए दबाव बनाया जा रहा था।
वही कुछ ग्रामीण ऐसे भी थे,जो लंबे समय से अपना धर्म परिवर्तित कर दूसरे धर्म को मान रहे थे,जिन्हें विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में घर वापसी की तर्ज पर हिन्दू धर्म मे गाँव वालों की समझाइश के बाद हिन्दू धर्म मे शामिल किया गया है। कुछ ग्रामीणों की माने तो वे किसी बीमारी से लम्बे समय से ग्रसित थे,और डाक्टरी इलाज के बाद भी वे ठीक नही हो पा रहे थे,तब चर्च में आयोजित होने वाली प्रार्थना सभाओं में हिस्सा लेने लगे,और वे रोग से निरोग हो गए ,तब से वे चर्च आते जाते रहते है,इतना ही नही वे ईसाई धर्म को भी मानने लगे है।
गाँव मे कुछ ऐसे भी लोग है,जो बीमार थे,और ईसाई समुदाय के पास्टरो द्वारा की गई प्रार्थना से उन्हें लाभ हुआ है,और वे किसी धर्म विशेष की बातों को मानने से इनकार कर रहे है। ग्रामीणों की सूचना के बाद जिला पंचायत सदस्य धीरज सिंहदेव की अगुवाई में गांव पहुँचे विश्व हिंदू परिषद की टीम का कहना है कि,गाँव मे लम्बे समय से प्रार्थना सभाओं के माध्यम से ग्रामीणों का धर्मांतरण कराने काम चल रहा था,उनका आरोप है कि इस कथित धर्मांतरण के खेल में जिले में पदस्थ कई बड़े अधिकारियों का नाम भी सामने आ रहा है,जिसे लेकर पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। वही धर्मांतरण का पूरा मामला जब पुलिस थाने पहुचा तो थाना प्रभारी जाँच के बाद कार्यवाही की बात कर रहे है ।