- संजीवनी व महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों ने मनाया पायलट दिवस
- जबाज कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक ने किया सम्मान
अम्बिकापुर{दीपक सराठे}
प्रतिवर्ष इमरजेंसी सेवा के क्षेत्र में 26 मई को पायलट दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में इस वर्ष सरगुजा जिले के 108 संजीवनी एक्सप्रेस एवं 102 महतारी एक्सप्रेस के पायलटों द्वारा एक-दूसरे को पुष्प गुच्छ भेटकर एवं मिठाई खिलाकर पायलट दिवस मनाया गया। जिले में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 108 एवं 102 के पायलटों को सरगुजा पुलिस अधीक्षक आरएस नायक द्वारा सम्मानित किया गया। 108 के पायलट फिरोज अंसारी, रामकेश्वर एवं 102 सुनील कुमार एवं शोभित कुजूर को इनके जीवन रक्षक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये सम्मानित करते हुये उन्हें इसी तरह भविष्य में इसी तरह कार्य करने के लिये शुभकामनाओं सहित प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर 108 संजीवनी एक्सप्रेस के जिला प्रभारी डॉ. दीपक नीलकंठ एवं 102 के जिला प्रभारी राजेश पाठक उपस्थित थे।
संजीवनी बनी देवदूत
17 जनवरी 2012 को मुख्यमंत्री डॉ. रमन ङ्क्षसह के द्वारा संजीवनी 108 का शुभारंभ करने के बाद जो सेवा संजीवनी ने सड़क दुर्घटना जैसे विपरीत परिस्थितियों में की है वह सराहनीय है। आंकड़ों की बात करें तो 2012 से अब तक सरगुजा में संजीवनी सेवा के माध्यम से 43566 लोगों को अस्पताल तक पहुंचाया गया है। इसमें सड़क दुर्घटना के 6060 मामले हैं, वहीं सूरजपुर में संजीवनी ने इस अंतराल में 32537 लोगों को लाभ पहुंचाया है। इसमें सड़क दुर्घटना के 4276 मामले हैं। इसी प्रकार बलरामपुर में 31081 लोगों को संजीवनी का लाभ मिल चुका है, जिनमें 4271 सड़क दुर्घटना के मामले हैं।
पायलट फिरोज व ईएमटी शशिभूषण ने दिखाई साहस
11 मई को सूरजपुर क्षेत्र में ग्राम मंजीरा के जंगल में जंगली हाथियों के द्वारा एक ग्रामीण को घसीटने के बाद ग्रामीणों में दहशत बनी हुई थी। घायल ग्रामीण जंगल में पड़ा हुआ था। सूचना पर उसी दिन तड़के 5.30 बजे अम्बिकापुर से पहुंची संजीवनी वाहन में सवार पायलट फिरोज अंसारी व ईएमटी शशिभूषण को ग्रामीणों ने जंगल में जाने से पहले रोक दिया। जंगल के अंदर हाथियों की दहशत होने के बाद भी तड़पते ग्रामीण को बचाने संजीवनी कार्यकर्ता ग्रामीणों को अपने साथ लेकर जंगल के अंदर घुस पड़े और घायल ग्रामीण को वाहन में बैठाकर उसका तत्काल ड्रेसिंग कर ऑक्सीजन लगाकर निकल पड़े। ग्रामीण को दर्द होने की अवस्था में तत्काल वाहन में सवार र्कार्यकर्ता रायपुर चिकित्सक के पास फोन लगाकर जानकारी ली और घायल को इंजेक्शन दिया। पायलेट फिरोज व ईएमटी शशिभूषण के इस साहस को देखते हुये सरगुजा पुलिस अधीक्षक ने उन्हें सम्मानित किया।
संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने कारगार साबित हो रही महतारी
सरगुजा संभाग में महतारी एक्सप्रेस संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने में काफी कारगार साबित हो रहा है। सरगुजा संभाग में कुल 59 महतारी एक्सप्रेस संचालित हैं, जिसमें बलरामपुर जिले में 10, जशपुर जिले में 14, सूरजपुर में 11, कोरिया में 19, सरगुजा में 14 महतारी एक्सप्रेस चल रही है जो संभाग के पिछले एवं वनांचल क्षेत्रों में जाकर अपनी सेवायें दे रही हैं। महतारी एक्सप्रेस की इस सुविधा से कई माताओं व बच्चों का जान बचाना संभव हो सका है, जिससे शिशु एवं मातृ मृत्युदर में काफी कमी आई है। वर्ष 2015-16 में जशपुर जिले में 24188, सूरजपुर जिले में 28021, सूरजपुर जिले में 21956, कोरिया जिले में 25319 और सरगुजा जिले में 29934 हितग्राहियों को लाभ पहुंचा चुकी है।