अम्बिकापुर.. (उदयपुर: क्रांति रावत)..सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखण्ड में भी आज छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजना..अस्पताल में जन्मे नवजात को जन्म के साथ स्थाई जाति प्रमाण पत्र देने की योजना की शुरुआत की गई..इस दौरान एक सात दिन के नवजात के परिजनों को नवजात का स्थाई जाति प्रमाण पत्र जनपद अध्यक्ष उदयपुर राजीव कुमार सिह के द्वारा सौंपा गया..इस मौके पर विधायक प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंह व स्थानीय निवासी मौजूद थे..
बता दे कि वर्तमान में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छत्तीसगढ़ के स्थानीय निवासियों के जाति प्रमाण पत्र सक्षम प्राधिकारियों द्वारा छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (सामाजिक प्रास्थिति के प्रमाणीकरण का विनियमन)अधिनियम, 2013 एवं उसके तहत बनाए गए छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (सामाजिक प्रास्थिति के प्रमाणीकरण का विनियमन) नियम, 2013 के प्रावधान एवं शासन के निर्देशों के अनुसार जारी किए जा रहे हैं.. छत्तीसगढ़ शासन, सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन, अटल नगर रायपुर द्वारा दिनांक 04.07.2019 को नवीन निर्देश जारी किया गया है कि उपरोक्त जाति/वर्ग के व्यक्तियों के परिवार में शिशु के जन्म के उपरांत उसके पिता की जाति के आधार पर शिशु का जाति प्रमाण पत्र जारी किया जाए.. जाति प्रमाण पत्र जारी करने हेतु शिशु के पिता की जाति के संबंध में वर्ष 2006 के उपरांत सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी किए गए जाति प्रमाण पत्र के आधार पर शिशु का जाति प्रमाण पत्र भी निर्धारित प्रारूप में जारी किया जाए..
वही शासन के इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ जन्म लेने वाले शिशु को प्राप्त हो सके..इस उद्देश्य से ग्राम पण्डरीपानी, तहसील उदयपुर निवासी दम्पत्ति श्री केश्वर प्रसाद-श्रीमती दुर्गा की पुत्री जानवी, जिनका जन्म दिनांक 10.07.2019 को हुआ है, को उसके पिता केश्वर प्रसाद को जारी स्थाई जाति प्रमाण पत्र के आधार पर स्थाई सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र जारी किया गया..