शहर के मैरिन ड्रायव मे गांजे की खेती : जिम्मेदार निगम प्रबंधन बेसुध

?????????????????अम्बिकापुर 

अम्बिकापुर नगर निगम गांजे की खेती कर रहा है,,, ये हम नही बल्कि मैरिन ड्रायव के मौजूदा हालात खुद बयां कर रहे है,, दरअसल मैरिन ड्रायव के गमलो और बगीचो मे दर्जनो गांजे के पौधे उगे है,, लेकिन इसके रखरखाव के लिए जिम्मेदार निगम प्रबंधन इसकी खबर ही नही।

प्रतिबंधित नशीला प्रदार्थ गांजा के गढ के रुप मे स्थापित सरगुजा जिले में अब निगम के बगीचो मे भी गांजे की खेती होने लगी है। निगम के मैरिन ड्रायव तालाब के गमलो और बगीचे में गांजे के पौधे खिलखिला रहे है । वैसे तो निगम के इस मैरिन ड्रायव बगीचो के बांकी पौधे रखरखाव के आभाव मे अपनी अंतिम सांसे गिन रहे है,, लेकिन गांजे के पौधे लहलहा रहे है। इस बात की जानकारी जब हमने निगम आयुक्त को दी,, तो उन्होने बिना आश्चर्य व्यक्त किए मामले की दिखवाने की बात कही?????????????????

नगर पालिक निगम अम्बिकापुर के आयुक्त  ए.के.हलदार के मुताबिक गांजा की खेती वैधानिक नही है,, लेकिन उन्हे इस बात की जानकारी भी नही है कि जिस निगम के वो आयुक्त है उस निगम के अधिकार क्षेत्र मे आने वाले मैरिन ड्रायव मे गांजे के पौधे गमलो और बगीचो मे उगाए गए है।

शहर के रिंग रोड मे स्थित मैरिन ड्रायव तालाब वैसे तो लोगो के सैर सपाटा के लिए बनाया गया था,, लेकिन निगम की अनदेखी और कोतवाली पुलिस की गश्ती के आभाव मे ये पार्क और तालाब नशेडियो और आसमाजिक तत्वो का अड्डा बन गया है,,लिहाजा स्थानिय लोगो के मुताबिक ये करतूत यंहा आने वाले नशेडियो की भी हो सकती है। क्योकि मैरिन ड्रायव मे शाम ढलते ही गंजेडियो और सामने की शराब दुकान से शराब लेकर यंहा पीने वाले लोगो की तादात अच्छी खासी बढी है।

ये करतूत भले ही नशेडियो की है,, लेकिन सवाल ये है कि शहर के मैरिन ड्रायव तालाब के रखरखाव और सुरक्षा के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है,,, बहरहाल अब अगर अम्बिकापुर के मैरिन ड्रायव में नशे की खेती इस तरह खुलेआम होगी ,,, तो फिर नशेडियो की पैदावार कम करने के दावे करना शायद सभ्य समाज के लिए बेईमानी जैसी है।