मंदिर से 40 मीटर दूर पर बनाई जा रही है शराब दुकान
अम्बिकापुर
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश और राज्य सरकार के फैसले के बाद शराब दुकानो की शिफ्टिंग प्रशासन के लिए सर दर्द साबित होते जा रही है ! शराब दुकानो को मुख्य मार्गो से 500 मीटर दूर बस्ती के शिफ्ट किए जाने का अम्बिकापुर मे विरोध लगातार शुरू हो गया है ! जिस क्रम मे बीते दिनों भगवानपुर इलाके में स्थल का चयन किया गया था। जहाँ प्रसासन की टीम निर्माण करने पहुची हुई थी लेकिन महिलाओ ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया ! जिसके बाद प्रशासन ने भगवानपुर इलाके में ही दूसरे जगह शासकीय भूमि को चिन्हांकित किया और आज वहाँ पर निर्माण कार्य के लिए जेसीबी से खनन किया जा रहा था इस बात की जानकारी लगते हैं क्षेत्र के स्थानीय लोगों के सहित जनप्रतिनिधि के लोग वहां पहुंचकर विरोध का समर्थन करने लगे। विरोध के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची हुई थी जिस पर विरोध कर्ताओं द्वारा निर्माण का लगातार विरोध करने पर पुलिस से झूमा झटकी भी हुई। वही ग्रामीणों की माने तो पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठी चार्ज भी किया है और बल पूर्वक शराब दुकान खुलवा रही है।
शराब दुकानो के लिए सुप्रीम कोर्ट के आए निर्देश पर राज्य सरकार ने अमल करना शुरु कर दिया है। सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर मे प्रशासन की अगुवाई मे पुलिस, आबाकारी और राजस्व विभाग ने शराब दुकानो की शिफ्टिंग के लिए स्थल चयन कर उसमे निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया है ! जिसको देखते हुए आज भगवानपुर की महिलाओ ने पार्षद की अगुवाई मे दुकान स्थल पर पंहुचकर दुकान निर्माण को रूकवा दिया और बस्ती के अंदर शराब दुकान ना खोलने को लेकर जमकर नारेबाजी की ! सबसे बड़ी बात यह है कि भगवानपुर में दूसरी बार स्थल चयन किया गया है जो मंदिर से महज 40 मीटर की दुरी पर है जो नियम के विरुद्ध है जैसा कि मालूम है सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हाईवे से 500 मीटर दूरी और धार्मिक स्थलों से 200 मीटर दूरी पर शराब दुकान स्थापित किया जाना है लेकिन भगवानपुर में शराब दुकान राधा कृष्ण मंदिर से कुछ ही दूरी पर निर्माण कराया जा रहा है जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है लोगों का कहना है कि राधा कृष्ण मंदिर काफी प्राचीन है जिससे लोगों की वहां आस्था जुडी हुई है लेकिन प्रशासन उनकी आस्था से खिलवाड़ करते हुए मंदिर के समीप ही शराब दुकान निर्माण करा रही है, जिसका लोगों ने बढ़चढ़कर विरोध किया। इस बीच विरोध कर्ताओं और पुलिस के बीच झूमा झटकी भी हुई। विरोध कर रहे कई लोगों को पुलिस ने सांकेतिक रूप से गिरफ्तार किया जिन्हें कुछ देर बाद थाने से छोड़ दिया गया है,, अब देखना होगा कि प्रशासन लोगों के धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करती है या सबसे ज्यादा राजस्व देने वाली शराब दुकान का निर्माण करती है।