अम्बिकापुर संस्कार सेवा समिति अम्बिकापुर द्वारा शरदपूर्णिमा उत्सव मनाया गया। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 5 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के अवसर पर परिवार स्नेह मिलन का कार्यक्रम सरस्वती शिशुमन्दिर देवीगंज में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छत्तीसगढ़ प्रांत के बौद्धिक प्रमुख कैलाश चन्द्र ने कहा कि शरदपूर्णिमा का आध्यत्मिक सामाजिक सरोकार के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी बड़ा महत्व है। आज के दिन चन्द्रमा 16 कलाओ से परिपूर्ण होकर अमृत वर्षा करता है। इस दिन से मौसम में परिवर्तन होता है। इस दिन खीर खाने को माना जाता है कि अब ठंड का मौसम आ गया है इसलिए गर्म पदार्थो का सेवन शुरू कर दें। ऐसा करने से हमे ऊर्जा मिलती है। यह परंपरा विज्ञान पर आधारित है। हम ऐसे उत्सवों के माध्यम से सामाजिक समरसता के भाव को पुष्ट करते हुए एकात्मता के भाव को अनुभव करते है।
संयुक्त परिवार की महत्ता बताते हुए उदाहरण के माध्यम से बताया कि संयक्त परिवार व्यवस्था कई प्रकार की समस्याओं का समाधान भी है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे बैजनाथ सोनी जिनका संयुक्त परिवार आज के समय मे प्रेरणा केंद्र है। जहाँ 19 सदस्यों का एक साथ भोजन बनता है एवम परिवार के सदस्यों का आपसी सामंजस्य ,सहयोग संबंधों को पुष्ट करता है। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवम पुरुष्कार वितरण ,भारत माता की आरती की गई। अंत मे सभी आगन्तुक भोजन मंत्र के साथ खीर प्रसाद ग्रहण किया।