वेलेंटाईन डे पर सार्वजनिक पार्कों और वाटिकाओं में रहा सन्नाटा

अम्बिकापुर 

  • पुलिस का पहरा सार्वजनिक स्थलों में बना रहा
  • रात्रि 12 बजे से ही हो रहा था मैसेजों का आदान-प्रदान
  • होटलों में अच्छी-खासी भीड़ उमड़ी

वेलेन्टाईन डे युगलों ने उत्साहपूर्वक सादगीपूर्ण तरीके से मनाया। युगल जोड़ों को भी शायद इस दिवस का इंतजार रहा और वे सार्वजनिक स्थलों के बजाय मंदिरों और होटलों में समय बिताये। युगल जोड़ों ने लुक-छिपकर अपने मनोभावों का इजहार किया। सार्वजनिक स्थलों में इस मौके पर सन्नाटे की स्थिति बनी रही। पुलिस प्रशासन की ओर से नगर के संजय पार्क, वाटर पार्क, आॅक्सीजन पार्क सहित ऐसे ही सार्वजनिक स्थलों पर पहरा बिठाकर रखा था। इन सबसे दूर जोड़े अपनी भावनाओं का आदान-प्रदान करते रहे। वेलेन्टाईन डे के मौके पर किसी की ओर से विरोध का स्वर भी मुखर नहीं किया गया था जिससे शांतिपूर्ण माहौल बना रहा। पार्कों में सायं पहर में परिवार के साथ लोग पहुंचे और झूलों का आनन्द लिया। रेस्तरां और नगर के नामचीन होटलों में दावतों का दौर चलते रहा। पुलिस के साथ ही युगल भी राहत के साथ इस दिवस का लुत्फ उठाये।

संत वेलेंटाईन के यादगार में मनाये जाने वाले दिवस का युगलों को जैसे इंतजार रहा। रात्रि 12 बजने के साथ ही मोबाईलों से मैसेजों का आदान-प्रदान होने लगा। कईयों ने अपने चाहने वालों को मोबाईल करके जता दिया कि सुबह कब और कहां मुलाकात होगी। वेलेंटाईन डे के आगमन को लेकर कईयों ने पहले से गिफ्ट सामग्रियों का संग्रहण करके रख लिया था। 14 फरवरी को जहां एक ओर स्कूलों में मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया वहीं युगलों ने प्यार को ही पूजा का रूप देकर स्वच्छ भावनाओं के साथ अपने चाहनेवालों को गिफ्ट का आदान-प्रदान किया। हाईटक जमाने में दूरदराज में बसे युगलों व पति-पत्नी ने ईमेल, फेस बुक और चैट के माध्यम से अपनी भावनाओं को परोसा। वेलेंटाईन डे पर सिर्फ पार्कों व मनोरंजक स्थलों की ओर लोगों का रूख नहीं हुआ बल्कि कई लोग परिवार के साथ मंदिरों में भी दर्शन के लिये पहुंचे और बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त किया। गिफ्ट गैलरियों और फूल विक्रेताओं के यहां भी अच्छी भीड़ देखने को मिल रही थी। एडवांस में मांगों की फेहरिश्त के आगे युवा वर्ग गिफ्ट गैलरियों में सामानों की बुकिंग पहले से कराकर रखे थे। पति-पत्नी भी वेलेेंटाईन डे को अपने अंदाज में मनाये। कोई होटलों में समय बिताया तो कोई शहर से बाहर जाकर समय बिताया। धर्म के पहरेदारों की सक्रियता नहीं रहने से कहीं किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति नहीं बनने पाई। प्रेम का संदेश देनेवाले इस दिवस को लेकर बातें जो भी हों पर हर वर्ग इस दिन अपने-अपने तरीके से प्रेम का संदेश अपने चाहनेवालों को दे गये।