दिनांक: 25.11.2014
बनवासी ग्रामीण समाज अपने स्वस्थ जीवन रक्षा को लेकर भयभीत चिन्तीत है। शासन द्वारा चलाये जा रहे सेवा कार्य (चिकित्सा-शिक्षा) प्रमाणिकता के अभाव में लाभप्रद न होनें के कारण संभाग में संचालित विदेशी मिसनरी चांदी काट रहे है। शक्ति प्रदर्शन कर धर्मान्तरण की सीख दे रहे है।
पूर्व में वि.हि.प. ने माननीय मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित कर निवेदन किया था कि बनवासी जनजाति समाज के जीवन की रक्षा की जाये किन्तु आज भी न्याय पाने बिलासपुर चिकित्सा हेतु रायपुर पहुंचने के पूर्व स्वर्गलोक पहुंच रहे है।
संभाग में जहरीली दवा इन्जेक्शन के प्रचलन का गांव-गांव प्रचार अफवाह फैला रहेे राजनैतिक दल मानवीय मूल्य, संवेदनशीलता खो चुके है। प्रशासन रैली पर प्रतिबंध लगा कर कार्यवाही करने पर विचार करें। बनवासी जनजाति समस्त जन भयभीत, लालच, प्रलोभन, षडयंत्र के शिकार है।
नसबंदी काण्ड में जानलेवा जहरीली दवा गरीबों को सेवा के आड़ में देने वाले जिम्मेदार को फांसी की सजा मिलने पर ही व्यवस्था मंे सुधार होगा।
बीहड़ जंगलो में बनवासी के पट्टे की जमीन पर संचालित विदेशी मिशनरियां की गतिविधियों की जांच एवं विदेशाी दवाओं के भण्डारण-वितरण की गुणवत्ता की जांच कराई जाये। दवा की मान्यता अनुमति आदि की जांच निश्पक्ष कराई जाये। जो प्रशासन के हित मे है। संभाग में चिकित्सा कार्य प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ हो इस हेतु प्रयत्न एवं वि.हि.प. जनजागरण करेगा।