रायपुर : सेना की शौर्यगाथा है विजय दिवस-श्री दत्त

 

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विजय दिवस के अवसर पर आज राज्यपाल श्री शेखर दत्त ने शहीद वाटिका में पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर भारतीय सेना के तीनों प्रमुखों अंगों थल, जल और वायु सेना के अधिकारियों सहित छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारियों ने भी पुष्प चक्र अर्पित किया। समारोह में प्रादेशिक सेना के जवानों ने जहां शोक शस्त्र मुद्रा में शहीदों को सलामी दी। इस तरह प्रादेशिक सेना और छत्तीसगढ़ पुलिस बल द्वारा बैंड का आयोजन भी किया गया। राज्यपाल श्री दत्त ने सेना और पुलिस के अधिकारियों के साथ शहीद वाटिका में लगाए गए शहीदों के नाम के बोर्ड का अवलोकन किया और वहां भी पुष्प अर्पित किया।2997 %282%29 cc

इस अवसर पर छत्तीसगढ़-ओडिसा सब एरिया, रायपुर के कमाण्डर ब्रिगेडियर बलराज मेहता, महानिदेशक पुलिस श्री रामनिवास, एयर कोमोडोर पी.के. मोहे, प्रादेशिक सेना (टेरिटोरियल आर्मी) आर.के. सिंग, प्रभारी संचालक सैनिक कल्याण बोर्ड कर्नल शैलेन्द्र कुमार ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी एवं जवान तथा सेना के विभिन्न अंगों के अधिकारी एवं जवानों ने भी श्रद्धांजलि दी।

राज्यपाल श्री शेखर दत्त ने कहा कि विजय दिवस भारतीय सेना और इनके सैनिकों की शौर्यगाथा है। वर्ष 1971 का युद्ध 4 दिसंबर को प्रारंभ हुआ और 16 दिसंबर को समाप्त हुआ। इस 12 दिन चले युद्ध में भारत ने पाकिस्तान के अनेक क्षेत्रों को अपने कब्जे में लिया। पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही क्षेत्रों में भारत को विजयश्री मिली तथा थल, जल और वायु के सेनाओं ने एक बेहतरीन समन्वय, रण कौशल और अपनी बहादुरी से महारत हासिल की। 16 दिसंबर को पाकिस्तान के 92 हजार सैनिकों ने भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण किया था तथा बंगला देष के रूप में एक नया देष अस्तित्व में आया था। राज्यपाल ने विजय दिवस पर सेना के सभी अधिकारियों एवं जवानों को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमारे सैन्य अपने कर्तव्यों, जिम्मेदारियों और उद्देश्यों के लिए देश की खातिर अपने जान न्यौछावर करते हैं। विजय दिवस भारतीय इतिहास और भारतीय सेना के लिए गौरव का दिन है।

1971 के युद्ध में छत्तीसगढ़ के तीन जवानों ने दी थी शहादत

वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में छत्तीसगढ़ के तीन जवानों ने अपनी शहादत दी थी। ये हैं लेफ्टिनेंट ए. एस. दीक्षित, सिपाही सुशील मसीह और सिपाही योगेश्वर दास। राज्यपाल ने इन शहीदों के नाम के बोर्ड के समक्ष पुष्प अर्पित किया। उन्होंने इस अवसर पर शहीदों के नाम के सभी बोर्ड को अवलोकन किया और इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि बोर्डो के अद्यतन करने का कार्य किया जा रहा है।