सहायक आयुक्त आदिवासी विकास राजनांदगांव द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की पारंपरिक लोक कला यथा लोकगीत, लोक गायन, लोक नृत्य जैसे पंती नृत्य, पंडवानी, भरथरी, अनुसूचित जाति के लोगों के पारंपरिक लोक वाद्य आदि में कलाकारों की प्रतिभा की पहचान करने एवं उन्हें पुरस्कृत करने के लिए 23 दिसम्बर तक गुरू घांसीदास लोक कला महोत्सव में पंथी नृतक दलों से प्रविष्टियां आमंत्रित की जाती हैँ उक्त प्रतियोगिता के लिए कार्यालय सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास, राजनांदगांव में कार्यालयीन समय में आवेदन प्रस्तुत किया जा सकता हैं।
सहायक आयुक्त ने बताया कि पंथ नृत्य दल का प्रदर्शन कार्यालय में पंजीयन क्रम के अनुसार होगा। प्रत्येक पंथी नृत्य दल को प्रदर्शन के लिए 10 मिनट का समय दिया जावेगा। निर्णायक मंडल का निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा। नृत्य दलों को जिला स्तर पर आने-जाने का व्यय स्वयं वहन करना होगा।