युवक की मौत पर हुआ बवाल : ग्रामीणो ने किया चक्का जाम ,अस्पताल मे जडा ताला

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर से राजपुर की ओर जाने वाली मुख्य मार्ग मे कल हुए हादसे के विरोध मे आज शुक्रवार को ग्रामीणो ने चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणो का आरोप है कि अगर क्षेत्र के बरियो स्वास्थ केन्द्र मे डाक्टर मौजूद होते तो पिकप की ठोकर से घायल युवक की मौत नही होती। ग्रामीणो के इस विरोध और घंटो चक्काजाम के बाद प्रशासन और पुलिस की टीम ने मौके पर पंहुच कर ग्रामीणो को समझाईस दी गई। इस दौरान ग्रामीणो ने बफौली स्वास्थ केन्द्र को औचित्यहीन बताते हुए उसे ताला भी जड दिया। Untitled_0014 001

सरगुजा जिले के परसिली निवासी मोटरसाईकिल सवार बैजनाथ हरिजन नामक युवक कल शाम बरियो बाजार से लौट रहा था कि तभी बफौली मोड के पास पिकप वाहन ने उसे पीछे से ठोकर मार दी। जिसके बाद आप पास के लोग जब घायल को लेकर बफौली के प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र पंहुचे तो इलाज करने के लिए वंहा कोई मौजूद नही था। और इलाज की समुचित व्यवस्था ना होने और डाक्टर की गौरमौजूदगी के कारण घायल बैजनाथ को इलाज के लिए अम्बिकापुर के होली क्रास अस्पताल लाया गया ।  जंहा घायल युवक बैजनाथ की मौत हो गई। जिसके बाद आज इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणो ने बदहाल स्वास्थ व्यवस्था और आरोपी पिकप ड्रायवर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बफौली गांव के मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। इतना ही नही ग्रामीणो का आरोप है कि हादसे के बाद पिकप सवार लोगो ने घायल से लूटपाट भी की थी। Untitled_0015 002 (1)

बदहाल स्वास्थ व्यवस्था , आरोपी की गिरफ्तारी और मृतक के परिजनो को मुआवजा देने की मांग पर ग्रामीणो ने तीन घंटे से ज्यादा चक्का जाम किया। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणो ने बफौली स्वास्थ केन्द्र मे तोड फोड करते हुए उसमे ताला भी जड दिया।  लेकिन आक्रोशित होते ग्रामीणो को काबू करना क्षेत्र की धौरपुर पुलिस के बस की बात नही थी। लिहाजा ग्रामीणो को मनाने और उग्र होते आंदोलन को देखते हुए अम्बिकापुर से कोतवाली पुलिस के बल के साथ अम्बिकापुर तहसीलदार मौके पर पंहुचे। और ग्रामीणो की मांग पर बनी रजामंदी के बाद ग्रामीणो ने चक्का जाम समाप्त किया। पुलिस प्रशासन के साथ ग्रामीणो की हुई रजामंदी मे जिन शर्तो को ग्रामीणो ने रखा उसमे मृतक के परिजनो को मुआवजा, बस्ती मे दो ब्रेक, और अस्पताल मे डाक्टरो की व्यवस्था किया जाना मुख्य था।

जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से झारखंड की ओर जाने वाले इस मार्ग पर आय दिन तेज रफ्तार वाहन किसी ना किसी राहगीर को अपनी रफ्तार का शिकार बनाते है। जिसको लेकर पीडित ग्रामीण ऐसे आंदोलन करने को मजबूर रहते है। बहरहाल इस बार हुए हादसे मे ग्रामीणो ने मुआवजे के साथ बफौली मे दो स्पीड ब्रोकर की मांग की है। लेकिन इससे रफ्तार पर कितना नियंत्रण होता है ये देखने वाली बात होगी।