रायपुर.. प्रदेश में सियासी घमासान मचा हुआ है..और इस घमासान के दौरान ही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं ने अपनी घर वापसी कर ली है..इससे यह संकेत भी मिल रहे है..की आने वाले दिनों में और भी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के नेता कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे..
दरअसल कल ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरिया जिले के केल्हारी में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस से अलग होकर कांग्रेस प्रवेश करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं के सम्बंध में मीडिया में बयान दिया था..और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस सुप्रीमो अजित जोगी के लिए कांग्रेस के सारे दरवाजे बंद होने की बात कही थी..जिसके बाद अब जोगी कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे, संजय अग्रवाल, इस्माइल अहमद ने आज कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थामकर अपनी घर वापसी कर ली है..और इन नेताओं ने घर वापसी के साथ ही यह संकेत भी दिए है कि आने वाले दिनों में और भी कई नेता अपने समर्थकों के साथ छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस से अलग होकर कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे..
बता दे कि राज्य विधानसभा चुनाव 2018 में अस्तित्व में आयी प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबन्धन कर प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे. यही नही जोगी और माया का यह गठबन्धन लोकसभा चुनाव 2019 में बरकरार है..लेकिन जोगी कांग्रेस ने राज्य की 11 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में नही उतारे..और बसपा ने प्रदेश की 11 सीटो पर अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा..जिसके बाद से ही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस में आपसी खींचतान की लड़ाई शुरू हो गई थी..जिसका नतीजा यह हुआ कि अब छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस से नेताओ का मोह भंग हो गया ..और अब वे जैसे तैसे प्रदेश के सत्ताधारी दल कांग्रेस में घर वापसी का मंसूबा लिए..कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के शरण मे है…
बहरहाल कुछ भी हो यह पॉलिटिक्स है जनाब बीच -बीच मे ऐसी भी खबरें आती है ..की छजका से घर वापसी कर रहे नेताओ को कट्टर कांग्रेसी पचा नही पा रहे है..और कांग्रेस संगठन की बैठकों में भी यह बात भीतर खाने से देखने और सुनने को मिल जाया करती है..अब मुद्दे की बात तो यह है कि घर वापसी कर रहे नेताओ से कांग्रेस को कितना लाभ मिल सकेगा..