रायपुर 20 सितम्बर 2014
मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह आज जिला मुख्यालय राजनांदगांव में प्रदेश के नये शासकीय एलोपैथिक मेडिकल काॅलेज के शुभारंभ के दौरान एमबीबीएस के प्रथम बैच के विद्यार्थियों के बीच उनके अभिभावक और चिकित्सा शिक्षा के एक अनुभवी प्राध्यापक की भूमिका में भी नजर आए। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों और अन्य राज्यों से आए विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि उन्हें राजनांदगांव में घर से बाहर रहकर भी घर जैसा आत्मीय माहौल मिलेगा। उन्होंने मेडिकल काॅलेज के शुभारंभ के बाद एमबीबीएस की कक्षा में छात्र-छात्राओं के साथ अलग से मुलाकात की। इन विद्यार्थियों ने पुष्प गुच्छ भेंटकर कक्षा में मुख्यमंत्री का स्वागत किया। डाॅ. सिंह ने उनसेे घर-परिवार की भी जानकारी ली। उन्होंने यह जानकर खुशी जतायी कि कुल 100 सीटों में से 98 सीटों में प्रवेश हो चुका है और इनमें प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों में 44 छात्राएं भी हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आज इस मेडिकल काॅलेज का पहला दिन है, इसलिए वह उनकी पूरी क्लास नहीं ले रहे हैं, लेकिन भविष्य मंें उनसे समय-समय पर मुलाकातें होती रहेंगी। डाॅ. सिंह ने मेडिकल छात्र-छात्राओं को राजनांदगांव शहर की सामाजिक-सांस्कृतिक विशेषताओं की भी जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि राजनांदगांव को देश भर में हाॅकी के खेल की नर्सरी के रूप में जाना जाता है। लगभग एक वर्ष पहले यहां पर राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ के प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के एस्ट्रोटर्फ हाॅकी स्टेडियम का निर्माण किया है। इस शहर का गणेश उत्सव काफी प्रसिद्ध है और यहां के आलू पोहे का स्वाद भी निराला है। उन्होंने विद्यार्थियों को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए पांच वर्ष तक कड़ी मेहनत करने की सलाह दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।