प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष भूपेष बघेल और कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि बस्तर की कक्षा 11वी की छात्रा अंजली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने राज्य की रमन सरकार को न सिर्फ आईना दिखाया है बस्तर की इस बिटिया ने बड़ी मासूमियत से बस्तर क्षेत्रों सहित समूचे छत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों में षिक्षा सुविधाओं की बदहाल व्यवस्था को उजागर कर के रख दिया है। अंजली ने देष के सर्वोच्च कार्यपालिक प्रधान से ‘‘बस्तर जैसे जनजाति बहुल क्षेत्र में उच्च षिक्षा संस्थानों की कमी कब दूर करेगे’’ का सवाल उठा कर बस्तर संभाग की पीड़ा को सामने रखा है। राज्य निर्माण लगभग डेढ़ दषक पूरा होने को हैं लेकिन आज भी बस्तर संभाग स्वास्थ्य, षिक्षा, सड़के, पानी जैसी अनेको आधारभूत संरचनाओं से कोसो दूर है। एक षिक्षक के भरोसे पूरा स्कूल चल रहे है। अकेले बस्तर जिले के 93 स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी षिक्षक पदस्थ नहीं है। अध्यापकों की कमी नियमित पढ़ाई न होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चे प्रायमरी और ब्लाक मुख्यालयों में बच्चे किसी तरह आठवीं तक पहुंचते हैं लेकिन आंकड़े और सर्वे बताते हैं बच्चे 9 वीं में फेल हो जाते है। अंदरूनी क्षेत्रों में तो गुरूजी महिनों पढ़ाने नहीं जाते, जायें भी कैसे उन्हे भी अपनी जान प्यारी है। सरकार उन्हें सुरक्षा नहीं दे पा रही है। पूरे बस्तर संभाग में एक भी ऐसा स्कूल नहीं हैं जहां पर सरकारी रिकार्ड में षिक्षकों की कमी दर्ज न हो। षिक्षा विभाग के अधिकारी सड़क के किनारे के स्कूलों में यदा कदा छापामारी कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते है। दुर्भाग्यजनक है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अंजली के माध्यम से व्यक्त हुई बस्तर की व्यथा को समझने और उस पर मरहम लगाने के बजाय अपनी दलीय प्रतिबद्धता से बाहर नहीं निकल पायें। वे भी अंजली को सीधा जवाब नहीं दे पायें उन्होने अपने दल के मुख्यमंत्री की तारीफ के कसीदे पढ़ना शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री ने रमन सिंह की आखिर किस बात के लिये तारीफ की है? वही बस्तर है जहां सैकड़ो बच्चे आज भी अनाथ हैं जिनके माता-पिता नक्सल आतंक के षिकार हो गये है। आज भी अधिसंख्यक शैक्षणिक संस्थान अघोषित रूप से सुरक्षाबलों के बैरकों में तब्दील हो चुके है। बस्तर की बदहाल व्यवस्था के बारे में किसी को बताने की जरूरत नहीं है। आईने की तरह साफ है कि इसी बदहाली के चलते सैकड़ों बेगुनाह मारे गये और मारे जा रहे है। माओवाद पर नियंत्रण के भाजपा सरकार के तमाम दावे झूठे साबित हुये है। आज भी बस्तर में नक्सली खौफ और दहषत से लोग घबराये हुये है। ऐसी हालत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रमन सरकार की तारीफ करना असंगत अनुचित एवं बच्चो के सामने दलगत स्वार्थ से किया गया गलतआचरण है। बच्चों के सामने की गयी ओछी राजनीति घोर आष्चर्यजनक है। यह बात अलग है कि मोदी रमन सरकार की प्रषंसा की है या उन पर कटाक्ष???
मोदी ने रमन की तारीफ किया या कटाक्ष : भूपेष & टीएस
रायपुर 06 सितंबर 2014
मोदी के सामने अंजली ने रमन सरकार को आईना दिखाया