मैनपाट में कार्निवाल का आयोजन 13 से 15 फरवरी तक

अम्बिकापुर 03 फरवरी 2015

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  • मैनपाट कार्निवाल के भव्य आयोजन की तैयारियां प्रारंभ
  • कलेक्टर ने ली आयोजकों की समीक्षा बैठक
  • त्रिदिवसीय कार्निवाल आयोजन 13 फरवरी से

    सरगुजा जिला स्थित मैनपाट में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देष्य से त्रिदिवसीय मैनपाट कार्निवाल का आयोजन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ का षिमला कहे जाने वाले मैनपाट में कार्निवाल का आयोजन 13 से 15 फरवरी तक किया जाएगा। इस तीन दिवसीय आयोजन में देष एवं विदेष सहित विविधतापूर्ण स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, पतंगबाजी एवं एडवेंचर स्पोर्टस आयोजित किए जाएंगे। पर्यटकों को मैनपाट तक पहुंचने के लिए जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से बस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही मैनपाट स्थित टाइगर प्वाइंट, मेहता प्वाइंट, दलदली, फिष प्वाइंट एवं अन्य दर्षनीय स्थलों तक पहुंचने के लिए भी वाहन की व्यवस्था सुनिष्चित की जाएगी। मैनपाट के निर्धारित स्थानों पर पर्यटकों के लिए भोजन एवं आवास की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। कार्निवाल में स्कूल एवं काॅलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी।

    प्रदूषण मुक्त आयोजन के निर्देष

    कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में मैनपाट कार्निवाल आयोजन से जुड़े व्यक्तियों तथा अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक लेकर संबंधितों को कार्यक्रम के भव्यतम आयोजन हेतु आवष्यक दिषा-निर्देष दिए। कलेक्टर ने कहा कि पूरे आयोजन के दौरान हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि मैनपाट के प्राकृतिक सौंदर्य को क्षति न पहुंचे। उन्होंने कहा कि होटल संचालकों, ठेले-गुमटी वालों, स्टाॅल संचालक एवं पर्यटकों सहित किसी भी व्यक्ति द्वारा प्लास्टिक निर्मित सामग्री का अवांछित उपयोग न हो तथा आवष्यक होने पर ऐसी सामग्रियों का उपयोग कर निर्धारित स्थानों पर निपटान किया जाए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देषित किया कि वेस्टेज मैटेरियल को डिस्पोज करने के लिए आवष्यक कार्यवाही सुनिष्चित करें।

    विविधतापूर्ण संस्कृति की मिलेगी झलक
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    कलेक्टर ने बताया कि इस त्रिदिवसीय आयोजन में एक दिन राज्य स्तरीय स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसमें जिले के स्थानीय कलाकारों सहित राज्य के दूसरे जिलों के कलाकारों द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियां दी जाएंगी। दूसरे दिन राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों से ओतप्रोत कार्यक्रमों का आयोजन होगा तथा तीसरे दिन आयोजित कार्यक्रमों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की संस्कृतियों की मनमोहक प्रस्तुतियां शामिल होंगी। इन कार्यक्रमों के दौरान लोगों को ख्यातिलब्ध गायक, नर्तक एवं हास्य कलाकारों से रूबरू होने का अवसर प्राप्त होगा। इन कार्यक्रमों के साथ एडवेंचर स्पोर्टस का आयोजन भी किया जाएगा। कलेक्टर ने जिला मुख्यालय स्थित विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यो से कार्निवाल के दौरान प्रस्तुत किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जानकारी शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देष दिए। अम्बिकापुर स्थित सैनिक स्कूल के कैडेटों द्वारा भी आकर्षक बैण्ड एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी।

    श्रीमती सैन ने अधिकारियों को आयोजन स्थल पर पानी का छिड़काव सहित अन्य उपचरात्मक उपाय सुनिष्चित करने कहा है, ताकि आने वाले लोगों को आयोजन स्थल पर घूमने-फिरने में सहुलियत रहे। उन्होंने कहा कि आयोजन के दौरान भोजन, आवास एवं एडवेंचर स्पोर्ट्स आयोजकों सहित अन्य लोगों द्वारा भी वाजिब दर पर लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, यह सुनिष्चित करना आवष्यक है। कलेक्टर ने वन, लोक निर्माण, कृषि, उद्यान एवं पषुपालन विभाग सहित अन्य अधिकारियों को कार्निवाल के सुव्यवस्थित आयोजन हेतु निर्देषानुसार प्रबंधन करने के निर्देष दिए। उन्होंने छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम एवं बालको प्रबंधन से भी कार्निवाल के आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी सुनिष्चित करने कहा है। कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार स्थानीय केबल, रेडियो एवं प्रिन्ट मीडिया द्वारा किया जाएगा। एफ.एम. रेडियो के संचालक श्री सुनील पलस्कर ने बताया कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण एफ.एम. रेडियो के माध्यम से किया जाएगा। कलेक्टर द्वारा कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार का दायित्व जनसम्पर्क अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी श्री टी.पी. भूसाखरे, एफ.एम. रेडियो के संचालक श्री सुनील पलस्कर एवं श्री षिवषंकर जायसवाल को दिया गया है।

    पुलिस अधीक्षक श्री सुन्दरराज पी. ने आयोजकों को बताया कि आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के समुचित इंतजामात किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने अम्बिकापुर से मैनपाट जाने वाले छात्र-छात्राओं को भी पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। इस अवसर पर श्री षिषिर शुक्ला, श्री भगवान तिवारी, श्री मलय सहित अन्य सदस्य तथा वनमण्डलाधिकारी श्री मोहम्मद शाहिद, जिला षिक्षा अधिकारी श्री आर.पी. आदित्य, सहायक आयुक्त आदिवासी श्री आर.के. परस्ते, जिला आबकारी अधिकारी श्री टी.पी. भूसाखरे, साक्षर भारत कार्यक्रम के परियोजना अधिकारी श्री के.पी. दीक्षित एवं विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे।