रायपुर
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने श्रम विभाग को प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के दौरान द्वारा राज्य के बड़े ग्राम पंचायत मुख्यालयों में विशेष शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं, जहां असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का पंजीयन किया जाएगा, ताकि उन्हें राज्य सरकार की विभिन्न श्रमिक हितैषी योजनाओं का फायदा मिल सके। ये शिविर छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा आयोजित किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में एक महीने का प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान 13 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है, जो 12 मई तक चलेगा।
श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यहां बताया कि इस सिलसिले में विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एम.के. राउत ने यहां मंत्रालय से इस सिलसिले में विभाग के मैदानी अधिकारियों को परिपत्र जारी किया है। उन्होंने रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, बिलासपुर और कोरबा के सहायक श्रमायुक्तों सहित 22 जिलों के श्रम पदाधिकारियों को परिपत्र में इन शिविरों की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। इन विशेष शिविरों में निर्माण कार्यों में लगे असंगठित मजदूरों का भी पंजीयन वहां किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव श्री एम.के. राउत द्वारा जारी परिपत्र में विभागीय अधिकारियेां से कहा गया है कि अभियान की अवधि में प्रदेश तथा जिले के अनेक महत्वपूर्ण प्राधिकारियों का भ्रमण होगा। योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए यह उपयुक्त समय है। श्रम विभाग ने यह निर्णय लिया है कि अभियान के दौरान प्रत्येक जिले में गांवों का समूह बनाकर समूह मुख्यालय स्तर पर मजदूरों का पंजीयन किया जाए। ग्राम पंचायतों का समूह बनाकर पंजीयन शिविर किसी बड़े ग्राम पंचायत मुख्यालय में रखा जाए। शिविर के लिए स्थल चयन करते समय आवागमन की सुविधा को भी ध्यान में रखा जाए। पंजीयन स्थल पर सभी प्रकार की जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभाग द्वारा संबंधित विभागीय अधिकारियों को राशि दी जा रही है। शिविर आयोजन के लिए डाटा एण्ट्री ऑपरेटर सहित कम्प्यूटर तथा अन्य उपकरणों की भी व्यवस्था कर ली जाए।
परिपत्र में अधिकारियों को पंजीयन शिविर स्थलों की सूची सहित प्रस्ताव 09 अप्रैल तक भेजने के निर्देश दिए गए हैं। प्रस्ताव मिलने के बाद उन्हें आयोजन के लिए आवश्यक राशि श्रम विभाग द्वारा भेजी जाएगी। यह परिपत्र श्रम पदाधिकारी राजनांदगांव, जगदलपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर, अम्बिकापुर, जांजगीर-चाम्पा, महासमुन्द, धमतरी, कवर्धा, बालोद, कोण्डागांव, गरियाबंद, बलौदाबाजार, मुंगेली, कोरिया, बेमेतरा, जशपुर, सूरजपुर, और बलरामपुर को भी भेजा गया है।