स्वास्थ्य विभाग की एक दिवसीय उन्नमुखीकरण कार्यशाला में शामिल हुए कलेक्टर..
कवर्धा.. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के मैदानी और वनांचल क्षेत्रों में जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाले 145 सब सेन्टर के महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और 25 सेक्टर के सुपर वाइजरों के लिए कवर्धा में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण स्वास्थ्य अमलों की एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुए।
कलेक्टर श्री शरण उन्नमुखीकरण कार्यक्रम में बताया कि राज्य शासन द्वारा शिशु और मातृत्व दोनों को सुरक्षित जीवन देने के लिए संस्थागत को बढ़ावा दिया रहा है, जिसके तहत जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए मिशन जिरो होम डिलवरी एक विशेष अभियान के रूप में चलाया जा रहा है। उन्होने कहा कि इस मिशन का तभी बेहतर परिणाम आएंगे, जब जिले के प्रत्येक स्वास्थ्य कार्यकर्ता इस मिशन को अपना मान कर काम करेंगे। जिले में एक भी होम डिलवरी ना हो सके लिए मैदानी स्तर पर पूरी तत्परता के साथ काम करेंं। उन्होने खासकर एएनएम के नए कार्यकर्ताओें से कहा कि वनांचल और ग्रामीण अंचलों के सभी ग्रामीणजन शासकीय स्वास्थ्य सेवाओं पर पूरी तरह से निर्भर रहते है और उन्हे स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। बरसात के मौसम में वनांचलों में मौसमी बीमारियो होने की अंदेशा ज्यादा रहता है, इसलिए अपने-अपने मुख्यालयों में रहकर अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्यों का निर्वहन करें। उन्होने यह भी कहा कि वनांचलों में मौसमी बीमारियों की जानकारी मिलने पर तत्काल उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों को सूचित करे। वंनाचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं जन-जन पहुंचाने के लिए बाईक एम्बूलेंस संचालित की जा रही है,इसके संचालन से ग्रामीणों को इसका पूरा लाभ मिल रहा है। आप सभी बाईक एम्बूलेंस चालक की संपर्क नम्बर रखे और अपने-अपने मुख्यालयो में उस नम्बर का दिवार लेखन भी कराए, ताकि बाईक एम्बूलेंस का लाभ जन-जन तक पहुंच सके। कलेक्टर श्री शरण ने वार्तालाप शैली में अपने अनुभव और उम्मीदें लोगों से साझा किया। सबकी समस्याएं पूछी और निराकरण के लिए सीएमएचओ को निर्देश दिए।
कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस के तिवारी ने एक दिवसीय उन्नमुखीकरण की रूपरेखा, उद्देश्यों और समस्त विवरण की जानकारी दी। उन्हेंने कहा कि जच्चा-बच्चा की सुरक्षा, सुरक्षित मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य से लेकर अनेक राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजनाओं का क्रियान्वयन वनांचल और मैदानी क्षेत्रों में पदस्थ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की माध्यम से संभव हो पाता है, इसलिए समय-समय इनके स्किल डेवलपमेंट की आवश्यकता महसूस करते हुए कलेक्टर द्वारा पिछले दिनों निर्देशित किया गया था कि एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित किया जाए। इसीके परिपालन में आज यह आयोजन रखा गया।
जिला चिकित्सालय में पदस्थ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ हिना अहमद द्वारा सुरक्षित प्रसव के तरीकों, जटिल प्रकरणों के मैनेजमेंट्स, जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य से लेकर गर्भवस्था में महिलाओं की मनःस्थितियों के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने स्वयं को इंफेक्शन से बचाने, विपरीत हालात और सुविधाओं की अनुपलब्धता होने की स्थिति में किस प्रकार जटिल प्रकरणों को सम्हालना है इसके बारे में बताया। डॉ हिना ने सिजेरियन की स्थित आने पर तत्काल कॉल या व्हाटसअप के माध्यम से सूचना देने को कहा व सबके साथ अपना मोबाइल नम्बर भी साझा किया। इसके पश्चात मयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेन्ट पर जानकारी दी गई। कार्यक्रम में डीटीओ श्री प्रशांत शर्मा, डीडीओ श्री राजा डे, जिला अकाउंट मैनेजर श्री अविनाश नारंग, हॉस्पिटल कन्सलटेंट सुश्री रीना सलूजा, आर एन टी सी पी के जिला समन्वयक श्री संदीप चन्द्राकर, जिला शिशु स्वास्थ्य सलाहकार श्री अनुपम शर्मा, जिला मातृत्व स्वास्थ्य सलाहकार अंकिता तिवारी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी व सेक्टर सुपरवाइजर्स, एएनएम उपस्थित थे।