महतारी एक्सप्रेस 102 के इंजन फेल हो जाने से पिछले तीन सप्ताह से स्वास्थ्य सेवायें बुरी तरह प्रभावित हुई है।
पटना (आशीष सोनी) सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पटना के एक मात्र महतारी एक्सप्रेस 102 का ब्रेक डाउन होने से तीन सप्ताह से सेवाएं बंद कर दी गई है। ऐसे में ग्रामीण अंचल की प्रसूताओं को किराए की गाड़ी से अस्पताल आने-जाने की मजबूरी बन गई है। वहीं जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम में प्रसव के बाद एक महीने तक जच्चा-बच्चा की देखभाल सहित हर सुविधाएं नि:शुल्क देने का दावा किया जा रहा है। सुविधा नहीं मिल पाने से कई प्रसुता पिकअप व अन्य वाहनों में लदकर अस्पताल पहुंचीं।
कोरिया जिले के पटना सामुदायिक अस्पताल में एक महतारी एक्सप्रेस 102 और संजीवनी एक्सप्रेस 108 की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। इससे आपातकाल में तत्काल मरीज और प्रसूता को अस्पताल लाया जा सकेगा। लेकिन महतारी एक्सप्रेस का ब्रेक डाउन होने के कारण पिछले एक सप्ताह से सेवाएं बाधित हो गई है। ऐसे में सुदूर ग्रामीण प्रसूताओं को किराए की गाड़ी से अस्पताल आने और प्रसव के बाद अपने घर जाने की मजबूरी बन गई है।
स्वास्थ्य सेवाओं को आक्सीजन दे रहे संजीवनी 108 व महतारी 102 के कर्मचारी वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महतारी एक्सप्रेस को मरम्मत कराने के लिए बाहर भेजा गया है।
23 अक्टूबर 2017 से खराब हुई वाहन प्रसूताओं को नहीं मिल पा रही सुविधाएं – 23 अक्टूबर से 102 बिगड़ी पड़ी है इस सम्बन्ध में बीमओ से पूछने पर पता चला की मुझे इस बात की खबर तक नहीं कि वाहन को ब्रेकडाउन हुआ है। वहीं 23 अक्टूबर के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पटना में 09 नवम्बर तक 25 प्रसूताओं ने बच्चों को जन्म दिया। इन प्रसूताओं व नवजात षिषू को मिलने वाली सुविधाओं से ये वंचित हो रहे है वहीं प्रषासन भी इस दिषा में मुकबधिर बनकर तमाषा देख रही है।
जिसमें डुमरिया की देवकुमारी पति सूरजलाल ने बताया की हम सुबह तीन बजे 102 के टोल फ्रि नं. पर फोन किया तो जवाब आया की अभी गाड़ी खराब है आपको सुविधा लेनी है तो मुख्यालय बैकुन्ठपुर से सुविधा ले लो चूंकि मुख्यालय में बात करने पर पता चला कि लगभग 2 घंटे बाद सुविधा मिल पायेगी मामला अत्यन्त दयनीय था पीड़िता दर्द से कराह रही थी उसने निजी वाहन को 500 रूपये देकर चिकित्सालय तक पहुंची।
वहीं दूसरी प्रसूता रितू पति अविनाष निवासी कटकोना से बात करने पर उन्होंने बताया की हमने 102 को फोन किया वहां से जवाब आया की आप बैकुन्ठपुर से वाहन मंगा लो इंतजार ज्यादा होने से रितू ने भी निजी वाहन से आना ज्यादा बेहतर समझा।
मिलने वाले अधिकारों से वंचित है क्षेत्र के लोग – ज्ञात हो कि नवजात व प्रसव में मिलने वाले हितग्राहियों को अपने अधिकार से वंचित है। इस तरह की लापरवाही से प्रषासन के ऊपर जनमानस में रोश व्याप्त है।
जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम में ये सुविधाएं
1. निःशुल्क संस्थागत प्रसव, सिजेरियन प्रसव।
2. निःशुल्क दवाइयां सहित अन्य उपयोगी सामग्री।
3. निःशुल्क रक्त सहित सोनोग्राफी जांच।
4. अस्पताल में भर्ती होने पर नार्मल प्रसव पर 3 दिन, सिजेरियन प्रसव पर 7 दिन तक भोजन।
5. निःशुल्क ब्लड और परिवहन की सुविधाएं।
6. प्रसव के बाद 30 दिन तक निःशुल्क उपचार, दवाई, परिवहन, जांच सहित अन्य सुविधाएं।
विनीत कुमार नोडल अधिकारी 102,108- महतारी एक्सपे्रस को भेजा है मरम्मत कराने और एक सप्ताह लग सकता है इंजन का काम है ज्यादा परेषानी है तो कम्पलेन करें।
डाॅ. ए.के. षर्मा खण्ड चिकित्सा अधिकारी पटना – 102 खराब है मुझे इस बात की जानकारी नहीं। पता करके बतात हूं।