अम्बिकापुर
सरगुजा जिले के अदानी कोल माईंस के भू-विस्थापितो की मुश्किले बढती जा रही है,, क्योकि प्रशासन ने अमेरा गांव के भू-विस्थापितो को जिस गांव में जमीन आबंटित की है,, उस गांव के लोगो ने जमीन को गांव के विकास कार्यो मे खपाने की मांग शुरु कर दी है,, और भू-विस्थापितो को जमीन देने का विरोध शुरु कर दिया है।
अम्बिकापुर बिलासपुर रोड मे स्थित सिंगीटाना गांवा मे ग्रामीणो के विरोध को देखते हुए ,प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन को मौके पर पंहुचना पडा। दरअसल सींगीटाना गांव के मुख्य मार्ग से लगी 7 एकड जमीन को प्रशासन ने अमेरा गांव के 25 भू-विस्थापित परिवार के लिए आबंटित कर दी है,, लेकिन गांव के लोगो ने इस जमीन को देने से इंकार कर दिया है,, क्योकि ग्रामीणो का आरोप है कि जमीन ,बिना ग्राम पंचायत के प्रस्ताव की ही भू-विस्थापितो के लिए आबंटित कर दी गई है।
सरगुजा के सिंगीटाना गांव के लोगो जमीन ना देने के विरोध के साथ ये मांग कर रहे है कि गांव की जमीन स्कूल, कालेज या अन्य किसी विकास कार्य मे इस्तेमाल किया जाए,, तो इधर अमेरा एसईसीएल प्रबंधन के क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी डी.के.सिंह और प्रशासन की ओर से मौके पर पंहुचे एसडीएम नांद साय भगत की माने तो ग्रामीणो को ये विरोध नाजायज है,, क्योकि भूमि का आबंटन ग्राम सभा के प्रस्ताव के बाद ही हुआ है। और ग्रामीण किसी के बहकावे मे आकर ऐसा विरोध कर रहे है।
हांलाकि ग्रामीण लगातार ग्राम सभा के प्रस्ताव को देखने की मांग कर रहे है,, लेकिन प्रशासन उन्हे प्रस्ताव नही दिखा रहा है। बहरहाल मसला भू-विस्थापित के लिए बनने वाले माकान की भूमि से जुडा है,, लिहाजा उनकी समस्या का तो समाधान तो होना ही चाहिए,,, लेकिन सवाल इस बात है कि सरगुजा मे अंधे विकास के दौर मे लगाताक ग्राम पंचायत के अधिकारो को हनन कर ,, ग्रामीणो को अंधेरे मे रखे जाने का खेल जारी है,, जिस पर विराम लगना चाहिए।