अम्बिकापुर
भूख लगने पर हर किसी को बेचैनी महशूश हो सकती है। लेकिन इस बेचैनी मे आत्महत्या करने की कोशिश कर लेना ये अपने आप मे एक विचित्र घटना है। ऐसी ही अजीबो गरीब घटना सामने आई है सरगुजा जिला के टपरकेला गांव मे जंहा एक युवक खाने बनने के इंतजार का सहन ना कर पाया और खुद का आग के हवाले कर दिया।
अम्बिकापुर जिला अस्पताल मे इलाज के लिए भर्ती 80 फीसदी जल चुके इस युवक का नाम जीतन है। जो दरिमा थाना क्षेत्र के टपरकेला का रहने वाला है। और मजदूरी का काम करता है। लेकिन बीती शाम जब जीतन घर आया तो उसने अपनी मां से भूख लगने की बात कह खाना मांगा , लेकिन उस वक्त तक सिर्फ चावल बना था। सब्जी बनना बांकी था। लिहाजा वो घर के आंगन मे जल रही आग के सामने बैठ कर खाना बनने का इंतजार करने लगा। लेकिन युवक के मुताबिक इसी बीच उसको लगा कि उसके प्राण निकल जाएगे। तो उसने इंतजार किए बगैर बगल मे रखे केरोसीन को अपने उपर छिडक लिया। जिससे वो बगल मे जल रही आग मे सुलस गया।
खाना के इंतजार मे बैठे युवक ने बेचैनी मे आकर ये कदम उठाया। लेकिन उसके बाद आग मे सुलसे अपने बच्चे की आग बुझाने का मां रकिलो ने अथक प्रयास किया। लेकिन आग बुझते बुझते वो 80 फीसदी जल चुका था।
इस विचित्र लेकिन दर्दनाक घटना के बाद आनन फानन मे घायल युवक को अम्बिकापुर के जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया। जंहा के बर्न वार्ड मे उसका इलाज चल रहा है। लेकिन राहत की बात है कि 80 फीसदी जलने के बाद भी युवक बातचीत कर पा रहा है।
भूख की बेचैनी मे अपने ऊपर मिट्टी तेल छिडकने और आग मे झुसलने की ,ये अपने आप मे पहली घटना है। लेकिन इसके लिए घायल युवक ने अपने आप को जिम्मेदार बताया है। बहरहाल सूत्रो के मुताबिक इस घटना के वक्त काम से लौटा घायल युवक शराब के नशे मे था। और शराब के नशे मे आपा खोकर उसने जाने अनजाने मे ऐसी घटना करने का साहस किया है।