अम्बिकापुर जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से बिलासपुर जाने वाली मुख्य सडक पर उस वक़्त चक्का जाम और तनाव की स्थिति निर्मित हो गई, जब इस सडक पर बसे मेण्ड्रा गांव मे तरंगित तार की चपेट में आने से एक मवेशी की मौत हो गई! घटना के विरोध में चकाजाम करने वाले ग्रामीणो मे इस बात को लेकर आक्रोश था कि यहां पदस्थ लाईन मैन अपनी जगह मे भाडे के लाइनमैन को रखकर इलाके की विद्युत व्यवस्था सुधरवाते है, और गैर प्रशिक्षित प्रायवेट आदमी को सुधार कार्य करने के दौरान ही ये हादसा हुआ है…..
दरअसल बिलासपुर रोड पर स्थित मेण्ड्राकला गांव मे विद्युत लाईन मे खराबी की शिकायत पर एक कमलेश और महेश नाम के दो प्रायवेट आदमी सुधार कार्य करने पहुंचा , लेकिन जब वो सुधार कर कार्य कर रहा था, उस समय विद्युत की सप्लाई शुरू थी,, लिहाजा उसके सुधार कार्य के दौरान मेण्ड्राकला गांव के हरीराम राजवाडे का मवेशी तरंगित तार की चपेट में आ गया, जिससे मवेशी की तड़प तडप कर मौत हो गई और घटना के बाद भाडे का लाईनमैन कमलेश मौके से फरार हो गया…. गौरतलब है कि ये सुधार कार्य करने तब पहुंचे थे, जब एक ट्रक की ठोकर से सर्विस लाईन का तार टूट कर नीचे लटक गया था,,
असल लाइनमैन को नही पहचानते है लोंग….
घटना स्थल वाले इलाके मे विद्युत विभाग द्वारा डूमन और राजकुमार नाम के लाईनमैन की पदस्थापना की गई है, जिनके जोगी बांध पावर हाऊस मे रहकर इलाका की समस्या का समाधान करना है.. लेकिन जानकारी के मुताबिक मोटी पगार उठाने वाले ये दोनो लाइनमैन ने खुद का एक व्यवस्था बना ली है, जिसके तहत इन लोगों ने भाडे मे कमलेश और महेश नाम के दो प्राइवेट आदमी रखा है,,, मतलब सरकारी पगार लेने वाले लाईनमैन घर मे बैठकर महीने की पचास हजार पगार हजम कर रहे है, और इलाके मे सुधार कार्य करने के लिए भाडे के आदमी तैनात किए है…
तो दर्ज होगा गंभीर धाराओ के तहत अपराध
घटना की सूचना के बाद एसडीओपी गरिमा डी उपाध्याय के निर्देश पर मणिपुर चौकी पुलिस मौके पर पहुंच गई है और लोगो को समझाने का प्रयास कर रही है,, इधर एसडीओपी ने मामले पर गंभीरता दिखाते हुए कहा है कि अगर स्थानिय लोगो के बयान और परिस्थितियो के मुताबिक लाईनमैन की गलती पाई जाती है, तो विद्युत अधिनियम की गैरजमानती धाराओ के साथ ही कई गंभीर धारा को तहत मामला भी दर्ज किया जाएगा….