अंबिकापुर से करीब 50 किलोमीटर दूरी पर स्थित रामगढ़ की गुफाओं का ऐतिहासिक महत्व है। कहा जाता है कि भगवान राम और उनकी पत्नी सीता यहां की गुफाओं में रहा करते थे। यहां की गुफाओं और आस-पास के नजारे को देखकर उनके पांव यहां अपने-आप थम गए थे।
समुद्र की सतह से करीब 3202 फीट की ऊंचाई पर स्थित रामगढ़ की सीता बेंग्रा गुफा अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की वजह से लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। लोग यहां तक कहते हैं कि महान कवि कालीदास ने मेघदूत की रचना यहीं की थी।