बेसहारा, घुमन्तु एवं शिक्षा वृत्ति में लगे तथा साथ ही नशे की लत जिन बच्चों को पड़ चुकी है। ऐसे बच्चों के पुर्नवास के लिए आवश्यक पहल करें। इस संबंध में कलेक्टोरेट के सभाकक्ष मंथन में आयोजित जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में कलेक्टर ठाकुर रामसिंह ने संबंधित अधिकारियों को उक्त निर्देश दिए।
मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने जानकारी दी कि विभाग इन जिले में सर्वे के दौरान 150 बच्चों को चिन्हाकित किया गया है तथा इन बच्चों व उनके परिवार को शासकीय योजनाओं से जोड़ने तथा व्यक्तिगत केयर प्लान तैयार करने हेतु कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग अन्तर्गत गठित चाइल्ड लाइन को इन बच्चों के पुर्नवास की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड आदि सार्वजनिक स्थलों में घूमने वाले बच्चों जो विद्यालय नहीं जाते हैं, उनका चिन्हांकन पश्चात् नजदीकी स्कूल में भर्ती कराने हेतु भिक्षा विभाग तथा बाल श्रमिक परियोजना विभाग को निर्देशित किया। बैठक में चाइल्ड लेबर टास्क फोर्स, एंटी ह्यूमन टेªफीकिंग यूनिट में चाइल्ड लाइन को सदस्य के रूप में नामांकित करने के प्रस्ताव पर सहमति दी गई । साथ ही चाइल्ड लाइन तथा बल संरक्षण योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार दीवार लेखन, पुलिस थानों में होर्डिंग लगाकर, स्कूल बस, पी.सी.आर. वेन, सिटी बस सभी स्कूलों, रेल्वे, बस स्टैण्ड आदि जगहों पर होर्डिंग्स लगाकर करने का निर्णय लिया गया। भिक्षा वृत्ति में लगे बच्चों के पुर्नवास हेतु चाइल्ड लाइन तथा पुलिस विभाग तथा नशे के आदी बच्चों को नशे की लत से छुटकारा दिलाने के लिए समाज कल्याण विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया। बैठक में विशेष किशोर पुलिस इकाई हर थाने में गठन करने तथा उसका प्रचार-प्रसार करने का निर्देश पुलिस विभाग को दिया गया। यह इकाई मानव तस्करी, पलायन, लैंगिंक अपराध, बाल श्रम, घरेलु हिंसा मामलों में संकटग्रस्त किशोर बच्चों के संबंध में कर्यावाही करेगी।
उक्त बैठक में नगर निगम आयुक्त अवनीश शरण, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री नायक, सहायक श्रमायुक्त श्रीमती अनीता गुप्ता, पंचायत विभाग के संयुक्त संचालक श्री पंकज वर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी, चाइल्ड लाइन के सदस्य उपस्थित थे।