रायपुर08 अक्टूबर 2014
भारतीय जनता पार्टी की सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण प्रदेष की अर्थव्यवस्था चैपट हो गयी है। सरकार कर्मचारियों को वेतन देने की स्थिति में नहीं है। षिक्षा कर्मियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। लगभग 70 हजार करोड़ के बजट में भी सरकार कर्मचारियों को भुगतान नहीं कर पा रही, मनरेगा के भुगतान लंबित पड़े है। संचेती गडकरी के कोल खदानों के रद्द होने पर हुये नुकसान की भरपाई को पूरा करने धान खरीदी में कटौती की जा रही है ताकि इस पैसे से ठेकावाला काम करवा कर घाटे को पूरा किया जायें। कांग्रेस धान खरीदी नीति को परिवर्तित करने के लिये चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करती रहेगी। हस्ताक्षर अभियान, विरोध प्रदर्षन और आर्थिक नाकेबंदी की जायेगी। सरकार द्वारा घोषित 10 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदी नीति से किसानों का सोसायटियों कर्जा भी पूरा जमा नहीं हो पायेगा, मजबूरन किसानों को अपना धान कम कीमत पर बेच कर कर्जा पटाना पड़ेगा। नहीं पटाने पर किसान डिफाल्टर हो जायेंगे। अगले वर्ष उन्हें खातू, बीज आदि का लोन नहीं मिल पायेगा। 12-13 वर्षो से किसान खलिहान से अपने धान को सीधे खरीदी केन्द्रों पर ले जाते रहे हैं किसानों ने धान रखने के अपने कोठारों को बंद कर दिया था। सरकार की नीति से किसान परेषानी में है। भाजपा अध्यक्ष धरमलाल किसानी से जुड़े है वे तो कम से कम रमन सिंह की भाषा न बोलें वे रमेष बैस, देवजी, जूदेव से प्रेरणा ले किसानों के हित में सरकार की नीति का विरोध करें। धान खरीदी में राज्य सरकार का निर्णय जैसा निर्णय न देखा गया न सुना गया था। कृषि की और किसानों की अर्थव्यवस्था चैपट करने की भाजपा सरकार की साजिष। पहले किसान के घर धान रखने की कोठी होती थी। कोठी न होने के कारण किसान औने-पौने दाम में धान बेचने मजबूर हो जायेगा। भाजपा सरकार लगातार तुगलकी फरमान जारी कर रही है। रमन सिंह बौरा गये है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेष बघेल ने मांग की है कि भाजपा सरकार अपनी स्थिति स्पष्ट करें। मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की सरकार थी तो पर्याप्त राषन मिलता था। धान खरीदी निर्बाध रूप से होती थी। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद किसानों के पेट में लात मारी गयी है। गरीबों का राषन काटा जा रहा है। मनरेगा के पैसो में कटौती की गयी और अब धान खरीदी की जिम्मेदारी से भी सरकार हाथ उठा रही है। भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौषिक के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष भूपेष बघेल ने कहा धान सड़ने का पाप किसानों को नहीं भाजपा सरकार को लग रहा है जो धान सड़ा रही है। भाजपा सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुयी है। 15 तारीख तक ब्लाक मुख्यालयों में घटना और 30 तक भाजपा सरकार की धान खरीदी नीति के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा। पूरे प्रदेष में भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्सा उमड़ रहा है। यदि भाजपा सरकार ने किसानों की मांगे नहीं मानी तो कांग्रेस और किसान व्यापक और बड़ा जेल भरों आंदोलन के लिये बाध्य होंगे।
भिलाई इस्पात संयंत्र के एजीएम बी.आर. देवांगन की हादसे में मौत पर संवेदना प्रकट करते हुये प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष भूपेष बघेल ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में लगातार हो रहे हादसो से षड़यंत्र की बू आ रही है बीएसपी को बदनाम कर निजी हाथों में सौपने की तैयारी चल रही है।