- पति को वापस बुलाने लगाने एसपी से गुहार
सरगुजा के सीतापुर क्षेत्र मे मानव तस्करी का फिर एक मामला सामने आया है। जिसमे इस बार एक ऐसे इंसान को नौकरी के नाम पर बंगलौर ले जाया गया है। जिसके सहारे घर का चुल्हा जलता था। फिलहाल उसको ले जाने वाले उसके पागल होने और ट्रेन से कूद जाने की बात कर रहे है,, तो स्थानिय पुलिस मामले की रिपोर्ट लिखने से मना कर रही है ,, लेकिन पुलिस अधीक्षक ने महिला के पति की तलाश के लिए टीम भेज कर जांच कराने की बात कही है।
सरगुजा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने खडी इस आदिवासी महिला का नाम प्रमिला है। दरअसल प्रमिला कुछ दिन पूर्व तक सीतापुर क्षेत्र के गिरहुलडीह मे अपने मजदूरी करने वाले पति जीवनलाल किण्डो के साथ रोखी सूखी रोटी खाकर ही खुश थी। लेकिन तकरीबन एक माह पूर्व गांव के ही रहने वाले युवक धनेश, विजय और आशू उसको नौकरी दिलाने के नाम पर बंगलौर ले गए। और अब जब बीते त्यौहारो के दौरान प्रमिला ने घर के खर्च के लिए अपने पति जीवन का पता और फोन नंबर मांगा तो युवको ने कह दिया कि वो पागल होकर ट्रेन से कूद गया है और उसकी मौत हो गई है।
वैसे तो प्रमिला ने इस बात की शिकायत क्षेत्र के सीतापुर पुलिस से की थी। लेकिन कार्यवाही तो दूर पुलिस ने महिला को शिकायत की पावती तक नही दी। इधर इन सब के बीच कुछ समाजसेवियो ने महिला की मदद की कोशिश की तो महिला पुलिस अधीक्षक तक शिकायत करने पंहुचे पाई है। लेकिन जानकारी के मुताबिक महिला के पति जीवन लाल के साथ ही सीतापुर क्षेत्र के दर्जनो आदिवासी युवक को बंगलौर के किसी फैक्ट्री में बंधक बना कर काम कराया जा रहा है। लेकिन तमाम शिकायतो के बाद भी सीतापुर पुलिस के कान मे जूं तक नही रेंग रही है।
जिले के आदिवासी बाहुल्य सीतापुर क्षेत्र मे मानव तस्करी के मामले समय समय पर आते रहते है, जिसमे गांव के भोले भाले बेरोजगार आदिवासी युवको और शादीशुदा युवको को काम के नाम पर बडे शहरो मे ले जाया जाता है। इधर पीडित महिला ने भी अपने पति के साथ हुए ऐसे मामले की शिकायत एसपी से की है। साथ ही ये आंशका जाहिर की है कि उसके पति को बंधक बना कर काम कराया जा रहा है। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने एक टीम बंगलौर भेज कर मामले की जांच का भरोसा दिलाया है।
गांव से नौकरी के नाम पर शहर ले जाने वाले लोग जब प्रमिला की पति के पागल हो जाने और मौत हो जाने की बात कह रहे है,, तो ऐसे मे ये आदिवासी और एकेली महिला की स्थिती का अंदाजा लगा पाना शायद ज्यादा कठिन नही होगा। बहरहाल अब मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक तक तो पंहुच चुकी है। लेकिन देखना है कि मानव तस्करी की शिकायत पर पावती तक नही देने वाले सीतापुर पुलिस पर क्या कार्यवाही होती है। और प्रमिला का पति उसे कब तक मिलता है।