फ़टाफ़ट डेस्क..(कृष्णमोहन कुमार)..छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर में भी खाप पंचायत के फरमान के बाद एक शख्स की लाश को दबाव पूर्वक दफनाने का मामला सामने आया है.. और मामला पुलिस में जाने के बाद पुलिस ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शख्स के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है..
दरअसल यह पूरा मामला दन्तेवाड़ा जिले के गीदम थाना क्षेत्र के ग्राम घोटपाल का है..जहाँ की सोमली नाम की महिला ने 11 जुलाई को पुलिस थाना पहुँचकर यह शिकायत दर्ज कराई थी..की उसके पति बचनू की मौत ठीक एक महीने पहले हुई है..और उसके पति का शव उसके घर से 200 मीटर की दूरी पर पड़ा मिला था..बचनू के शव पर चोंट के निशान थे..लेकिन पंचायत के दबाव के कारण उस वक्त इस घटना की जानकारी पुलिस को नही दी गई थी..और बचनू के शव को पारम्परिक रीति रिवाजों के साथ दफना दिया गया था..
जानकारी के मुताबिक सोमली ने अपने पति की मौत की सच्चाई जानने पंचायत से गुहार भी लगाई थी..लेकिन उसकी उस गुहार को पंचायत ने अनसुना कर दिया था..तब सोमली ने अपने मायके पक्ष के साथ मिलकर पुलिस से शिकायत करने का मन बनाया था..और 11 जुलाई को इस सम्बंध में गीदम थाने में शिकायत की गई थी..
बता दे कि सोमली और बचनू के 5 बच्चे है..जिसमे से एक बच्चा बचनू की मौत से ठीक सप्ताह भर पहले ही पैदा हुआ था..बीते 12 जून को सुबह करीब 10 बजे गांव के ही जिला कड़ती, पायकू और जयो मंडावी महिला के घर पहुंचे थे. उससे बचनू के बारे में पूछा गया कि वो कहां है. जिस पर महिला ने बताया कि वो छीन झाड़ तरफ गए हुए हैं. कुछ देर बाद ये तीनों बचनू को घर लेकर आए और उसकी जमकर पिटाई की. फिर उससे 1000 रुपए की मांग करने लगे. इस दौरान महिला और उसके देवर ने किसी तरह बीच बचाव किया. इसके बाद पास में रखे 550 रुपए आरोपियों को दे दिया. 13 जून की सुबह देवर ने बताया कि घर से 200 मीटर दूर बचनू की लाश पड़ी है.और 14 जून को बचनू के शव को दफना दिया गया..
वही पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद गांव पहुँचकर बचनू के पड़ोसियों से पूछताछ की थी..और कल चार घण्टे की मशक्कत के बाद बचनू के शव को कब्र खोदकर निकाला गया..